एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल प्रदेश में रविवार को हुई कंडक्टर भर्ती का परीक्षा पत्र ही लीक हो गया। करीब 558 पदों के लिए हजारों उम्मीदवार परीक्षा देने पहुंचे थे कि सोशल मीडिया पर प्रश्न पत्र ही लीक हो गया। इसके बाद हर तरह खूब वायरल हुआ।
बताया जा रहा है कि इनमें शिमला की एपीजी यूनिवर्सिटी में लापरवाही पाई गई जिसकी छानबीन के लिए शिमला पुलिस रात तक सबूत खंगालती रही।
बताया जा रहा है कि यहाँ एक अभ्यर्थी मोबाइल लेकर परीक्षा देने पहुंच गया था और प्रश्नपत्र का फोटो खींचकर अपने सहयोगी को भेज दिया। अब सवाल एपीजी यूनिवर्सिटी प्रशासन पर उठते हैं कि कैसे मोबाइल ले जाने की अनुमति दी गई। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
इधर प्रश्नपत्र को लेकर भी आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। आयोग ने प्रश्न पूछा कि परिवहन मंत्री कौन है। जवाब में वर्तमान एंट्री का नाम ही नहीं। ऐसे में पता सजलता है कि आयोग किस मुस्तेदी और सजिन्दगी से प्रश्नपत्र तैयार कर परीक्षाएं करवा रहा है।
यूं भी हर बार परिवहन निगम में किसी भी तरह की भर्ती हो विवाद तो जरूर होता है। इस पर नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने भो सवाल उठाए और जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की अंग की।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने हिमाचल पथ परिवहन निगम में कंडक्टरों की भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसे बख़्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि लिखित परीक्षाएं पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से आयोजित की जाएं ताकि भविष्य में इस तरह की कोई घटना घटित न हो।
इधर इस मामले में कांगड़ा और शिमला पुलिस मिलकर काम कर रही है। कांगड़ा पुलिस ने सीरीज और उम्र के आधार पर मिले क्लू के बेस पर ज्वाली से एक युवक को गिरफ्तार कर दिया है। मामले में अभी और भी गिरफ्तारियां होने की पूरी सम्भावना है।