एप्पल न्यूज़, घुमारवी बिलासपुर
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी घुमारवीं ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी की पुण्यतिथि के अवसर पर ब्लॉक अध्यक्ष जागीर सिंह मेहता की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम भराड़ी मे आयोजित किया जिसमें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव राजेश धर्माणी जी विशेष रूप से उपस्थित रहे.
इस मौके पर राजेश धर्मानी ने कहा कि इंदिरा गांधी के उस साहसिक फैसले और दृढ़ निश्चय की हम आज भी याद करते है जिसमें पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी थी। साल 1971 ऐसा रहा था जब भारत के हाथों करारी हार के बाद पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी थी। आज भी जब जिक्र होता है तो भारत अपनी छाती चौड़ी करके कहता है कि ये वो समय था जब हमने तुम्हें झुकने पर मजबूर किया था।
धर्माणी ने कहा कि वह साल पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के यादगार निर्णयों की वजह से याद किया जाता है। धर्मानी ने कहा कि 1971 में जब पूर्वी पाकिस्तान में पाकिस्तान सरकार और सेना अपने नागरिकों पर बेतहाशा जुल्म कर रही थी तब हालात ये बन गए थे कि नागरिकों ने अपनी सेना के खिलाफ विद्रोह कर दिया था और जो इसमें शामिल नहीं हो पा रहे थे वो भारतीय सीमा में दाखिल हो रहे थे। एक आंकड़े के मुताबिक ये संख्या 10 लाख के करीब थी और इन शरणार्थियों की वजह से भारत में अशांति का माहौल पैदा हो गया था। और पाकिस्तान गीदड़भभकी देने लगा था पाकिस्तान किसी ना किसी बहाने से चीन और अमेरिका की ताकत पर फूलते हुए भारत को गीदड़ धभकियां दे रहा था।
25 अप्रैल 1971 को तो इंदिरा गांधी ने थलसेनाध्यक्ष से यहां तक कह दिया था कि अगर पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए जंग करनी पड़े तो करें, उन्हें इसकी कोई परवाह नहीं है।पाकिस्तान को उसी की भाषा में मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। उनकी निडरता और साहसिक फैसलों को लेकर उन्हें हमेशा याद किया जाएगा इस मौके पर अमी चंद सोनी, दिनेश शर्मा, कृष्ण लाल बरूर, राजेश ठाकुर, मनोहर लाल, कमल किशोर, बलदेव ठाकुर, कालिदास, नीलम शर्मा, सुलक्षणा, ऊषा देवी, संजीव मल्होत्रा, बिक्रम आदि पदाधिकारी उपस्थित रहे है।