एप्पल न्यूज़, शिमला
पहाड़ों की रानी शिमला सहित कुफरी, नारकंडा, कुल्लू, मनाली, डलहौजी, मकलोडगंज, किन्नौर, लाहौल स्पीति और सोलन कसौली ने रातोंरात बर्फ़ की सफ़ेद चादर ओढ़ ली है। शिमला शहर में इस सीजन का पहला हिमपात हुआ। तो सोलन सहित निचले क्षेत्रों में करीब 40 साल का बर्फबारी के रिकॉर्ड टूटा। ताज़ा बर्फ़बारी से तापमान में भारी गिरावट आई है। आज का दिन शिमला में इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा है।
शिमला शहर में इस सीजन का पहला हिमपात हुआ है। रविवार सुबह से ही पूरा दिन चटक धूप खिली रही लेकिन शाम होते ही मौसम ने करवट ले ली। शिमला में रात को शुरू हुई बर्फबारी ने सुबह तक बर्फ की चादर ओढ़ ली। बर्फबारी से किसानों बागबानों के चेहरे खिल उठे हैं तो वन्ही ऊपरी शिमला में परिवहन ठप हो गया है। प्रदेश भर के ऊंचाई वाले इसको में बर्फबारी, कुफरी नारकण्डा, खड़ा पत्थर, में बर्फबारी से सड़के बंद है।
बर्फबारी से नए साल पर पपर्यटन कारोबार को भी ऑक्सीजन मिलेगी। राजधानी शिमला में घूमने आए पर्यटक इस बर्फबारी का खूब आनंद ले रहे है।
शिमला में राज्यस्थान से आए पर्यटकों का कहना है कि उन्होंने शिमला आकर पहली बार बर्फबारी देखी है और वे इस बर्फीले मौसम का खूब आनंद ले रहे हैं। वन्ही चण्डीगढ़, पंजाब से आए पर्यटक भी बर्फबारी में खूब आनंद ले रहे हैं। उनका कहना है है कि शिमला में बर्फबारी से जन्नत का अहसास हो रहा है।
मौसम केन्द्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि ताज़ा पश्चिमी विक्षोभ में आए बदलाव के कारण प्रदेश के कई इलाकों में बर्फ़बारी हुई है। शिमला शहर में सीजन की पहली बर्फ़बारी हुई है। जिसकी वजह से शिमला का तापमान माइनस 1.1डिग्री के साथ सीजन के सबसे ठंडा दिन रहा है। कुफ़री में इस सीजन की सबसे ज्यादा 1 फ़ीट बर्फ़ रिकॉर्ड की गई। उन्होंने बताया कि 4 जनवरी से फिर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा।