एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल प्रदेश में पंचायत चुनाव के अंतिम चरण में मतदान से बहुत से प्रत्याशी अपने-अपने समर्थकों, प्यादों और गुर्गों की मदद से शराब का जमकर इस्तेमाल कर समीकरण प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं पुलिस और प्रशासन इन्हें पकड़ने के बजाय मुख्य लक्ष्य शांतिपूर्ण मतदान पूर्ण करवा कर अपनी पीठ थपथपाने का प्रयास कर रहे हैं।
इससे मतदान को गैर वाजिब और अनुचित तरीकों से प्रभावित करने वाले अपने मंसूबों में कामयाब हो रहे हैं। दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों की बात तो छोड़िए शहर के साथ लगती पंचायतों में भी शराब स्टार प्रचारक की भूमिका में है। प्रत्याशीयों के गुर्गे बगैर नंबर की गाड़ियों में सप्लाई पहले से निश्चित स्थानों व व्यक्ति तक बिना किसी धरपकड़ के पहुंचा रहे हैं। इससे शराब माफियाओं के चुनावी सीजन में वारे न्यारे हो रहे हैं।
सूचना मिल रही है कि रामपुर बुशहर और साथ लगते आनी क्षेत्र की कई पंचायतों में शराब के साथ चिकन भी सप्लाई किया जा रहा है जबकि बर्ड फ्लू का भी अंदेशा व्याप्त है।
कुछ प्रत्याशियों के समर्थक अपने उम्मीदवारों के लिए अपने अपने स्तर पर रात के समय सड़कों पर नाके लगा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि इन समर्थकों और शराब सप्लायर का टकराव कभी भी अनहोनी का सबब बन सकता है। इस सारे घटनाक्रम में महिलाओं और बुद्धिजीवी वर्ग के लोग बेहद चिंतित है क्योंकि यह सब लोकतंत्र के पर निष्पक्ष मतदान के अस्तित्व पर ही सवाल खड़ा करता है और
व्यवस्था पर भी।
कोयल में ग्रामीणों ने नाका लगाकर पकड़ी 22 बोतल शराब
ब्रेकिंग
पंचायत चुनाव में कयामत की रात जागरूक लोगों को पहले से ही अंदेशा था कि रात में वोटों की खरीद फरोख्त होगी और शराब के जरिए मतदाताओं को लुभाया जाएगा। इसे रोकने के लिए जिला कुल्लू में निरमंड के समीप गढेच पंचायत के कोयल गांव में ग्रामीणों ने अपने स्तर पर नाकेबंदी लगा रखी थी। रात करीब 10 बजे ग्रामीणों ने एक काले रंग की स्कॉर्पियो को गांव में आते देखा तो उसे रोका। भीतर एक जनप्रतिनिधि बैठे थे। खंगाला तो उसमें तीन पेटियों, अंग्रेजी, देशी और बियर की पड़ी थी। इस पर ग्रामीणों ने उन्हें वहीं रोक दिया और पुलिस को बुलाया। इस बीच एक शख्स गाड़ी से फरार हो गया। ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर भेजी और बताया कि गाड़ी में ये लोग एक बीडीसी सदस्य के प्रचार के लिए शराब बांटने यहां आए थे। रात 11 बजे के करीब पुलिस पहुंची तो पकड़ी गई गाड़ी में 22 बोतल शराब पाई गई। इस पर जांच जारी थी।
मौके पर पहुंचे ASI ने शराब पकड़े जाने की पुष्टि की और बताया कि मामला दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है।
उधर, बीडीसी प्रत्याशी ने कहा कि उन्न पर लगाए आरोप झूठे हैं। उन्होंने बताया कि वह साथियों के साथ जब रात 8 बजे के करीब उधर से गुजरे तो नशे में धुत कुछ लोगों ने उनका रास्ता रोका और उन पर आक्रमण करने लगे। बड़ी मुश्किल से वह जान बचाकर वहां से भागे। जिसके बाद उन्होंने पुलिस में लिखित शिकायत दी है। वहां पर महिलाओं को भी बुलाया गया था। उन्होंने फोन कर कहा कि ये सब साजिशन किया गया है ताकि उनकी छवि को खराब किया जा सके लेकि। चुनावों में अपनी हार देख विपक्षी द्वारा ये षड्यंत्र रचा गया है और सम्भवतः गाड़ी में शराब भी उन्हें बदनाम करने के लिए रखी हो।
बहरहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।