एप्पल न्यूज़, कांगड़ा
स्वास्थ्य विभाग में बड़े स्तर पर भ्र्ष्टाचार व्याप्त है।पिछले तीन सालों से इस विभाग में हर स्तर पर करोड़ों रुपए का गोलमाल हुआ है अतः इसका पर्दाफाश करने के लिए आवश्यक है कि सरकार आगे आ कर सीबीआई जांच करवाएं ।
यह मांग प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता दीपक शर्मा ने की।उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बनने के बाद स्वास्थ्य महकमे में जब भ्र्ष्टाचार के आरोप भाजपाइयों ने ही लगाए तो सरकार ने कार्यवाही करने के बजाय जनता का दयाँ बांटने के उद्देश्य से सम्वन्धित मंत्री को हटा दिया लेकिन जो आरईपी थे उन पर कोई कार्यवाही नहीं कि।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि उसके बाद करोना संकटकाल में स्वास्थ्य विभाग के ऊपर भ्र्ष्टाचार के आरोपों के चलते भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष को त्यागपत्र देना पड़ा और स्वास्थ्य निर्देशक को जेल की हवा खानी पड़ी।लेकिन इस मामले पर भी सरकार ने आज तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की उल्टा विजिलेंस विभाग जो कि इस मामले की जांच कर रहा है उसे पिछले पांच माह से अभियोजन की अनुमति सरकार ने नहीं दी है।
मामले को लटकाने के उद्देश्य से जांच को धीमी गति से आगे बढाया जा रहा है।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इतना ही नहीं जो अधिकारी इस मामले में फंसे हैं उनको नियमों को ताक ओर रख कर पदोन्नति का तोहफा दिया गया है।इससे सरकार का भ्र्ष्टाचार के प्रति लगाव नज़र आता है।
इस तरह के दृष्टिकोण से साफ है कि सरकार दोषियों को बचाने का प्रयास कर रही है।दीपक शर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में सिटिसकेन,एक्सरे,अल्ट्रासाउंड आदि की मशीनों को खराब होने पर ठीक करने के नाम पर करोड़ों रुपए का भ्र्ष्टाचार हो रहा है।पूरे प्रदेश के अस्पतालों में इस गोरखधंधे में मेडिकल माफिया गिरोह सक्रिय है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जितने रुपए की नई मशीन होती है उससे दोगुणा ज़्यादा धन इन मशीनों को खराब बता कर ठीक करने के नाम पर लूटा गया है।कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि यह बहुत बड़ा मेडिकल माफिया गिरोह है जिसने करोड़ों रुपए की धांधलियां पूरे प्रदेश में की हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि ऐसी सूचनाएं मीडिया के माध्यम से भी बाहर आई हैं कि 70 लाख की मशीन को ठीक करने के नाम पर दो करोड़ 77 लाख रुपए खर्च कर दिए।यह गोरखधंधा बिना अधिकारियों की मिलीभगत और राजनीतिक संरक्षण के नहीं हो सकता।
अतः यह आवश्यक है कि सरकार पूरे प्रदेश में स्वास्थ महकमे की खरीदो-फ़रोख़्त, उपकरणों को ठीक करने आदि के समस्त मामलों की सीबीआई जांच करवाएं ताकि इस बड़े पैमाने ओर चल रहे भ्र्ष्टाचार का पर्दाफाश हो सके।