एप्पल न्यूज़, संदीप शर्मा किन्नौर
किन्नौर पुलिस ने जिले से कोसों दूर बैठ कर राज्य के लोगों को टावर लगाने का झांसा देकर ऑनलाइन ठगी करने वाले एक युवक और युवती को देहरादून से गिरफतार करने में बड़ी सफलता हासिल की है।
दो साल पुराने मामले को उपमंडलीय पुलिस अधिकारी भावानगर राजू ने पूरी गंभीरता से स्टडी कर पुलिस थाना प्रभारी टापरी किरण की अगुवाई में एक स्पेशल टीम का गठन किया। देहरादून में किन्नौर पुलिस ने जाल बिछा कर लोगों के साथ ठगी करने वाले रिंकु कुमार और उसकी सहयोगी एक युवती को देहरादून से गिरफतार कर किन्नौर लाया है।
पुलिस ने आरोपियों से 8 मोबाइल फोन और एक लेपटॉप भी जब्त किया है गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने दोनों को सीजेएम कोर्ट रिकांग पिओ में पेश किया जहां से दोनों को 8 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। इस मामले में गिरफतार रिंकू गिरोह का मास्टर माइंड बताया जा रहा है। जबकि युवती लोगों को फोन कर टावर लगाने का झांसा देने का काम करती थी। युवती को इसके एवज में मास्टरमांड मासिक वेतन देता था।
गौर हो कि 24 अक्तूबर 2019 को पूनंग निवासी विद्या कुमार ने टापरी पुलिस थाने में शिकायत दी थी कि उनके साथ टावर लगाने के नाम पर 4 लाख 54 हजार 4 सौ रूपए की ठगी हुई।
शिकायत में विद्या कुमार ने बताया था कि उनके फोन में किसी टावर कंपनी के नाम पर फोन आया था कि टावर कंपनी एक टावर लगाना चाहती है। यदि उनके पास टावर लगाने के लिए जगह है तो इसकी एवज में कंपनी लाखों रूपए के अलावा हर महीने किराया भी देगी। इसके लिए कंपनी खाते में कुछ पैसे जमा करने होंगे।
एस पी किन्नौर एस आर राणा ने मामले की पष्टि करते हुए कहा कि शातिरों के झांसे में आ कर शिकायत कर्ता ने कई बार ऑन लाइन पैसे ट्रांसफर भी कर दिए। लेकिन उसके बाद ना तो उस टावर कंपनी के नाम से फोन आया और न ही टावर लगा। थक हार कर वह टापरी पुलिस थाने में पंहुच गया।
इस मामले को एसडीपीओ राजू ने गंभीरता से लेते हुए सुलझाने की ठान ली और टीम गठित कर सफलता भी हासिल कर ली। पुलिस द्वारा युवक और युवती से गहन पूछताछ की जा रही है। ताकि गिरोह के अन्य लोगों को भी गिरफतार किया जा सकें।
एप्पल न्यूज़ के लिए किन्नौर से सन्दीप शर्मा की रिपोर्ट