पांच वाहन होने के बावजूद कोविड रोगी को मरने के बाद कूड़ा ट्राली में पहुंचाया शमशान घाट
एप्पल न्यूज़, अनवर हुसैन बद्दी
काठा अस्पताल में 54 वर्षीय एक व्यक्ति की कोरोना से मौत होने के बाद उसका शव नप बद्दी की ओर से कूड़ा उठाने वाली ट्राली में लाया गया। जबकि जिला सोलन में शव लाने के लिए पांच वाहनों की व्यवस्था की गई है। मृतक के परिजनों व दून के पूर्व विधायक ने विरोध किया है।
इस पर नगर परिषद ईओ रणवीर का कहना है कि वाहन उपलब्ध करवाना प्रशासन का काम है व उनकी जिम्मेवारी भी थी उन्होंने उसे बखूबी निभाया । अंतिम संस्कार में प्रयोग होने वाली सारी सामग्री मुहैया करवाई गई व कर्मचारियों केा भी परोपर किट मुहैया करवाई गई । इसकी जानकारी तहसीलदार बद्दी को भी दी गई थी व वाहन न मिलने पर ट्राली को साफ करके भेजा गया था। वाहन न होने की स्थिति में ट्राली में शव को शमशान घाट तक लाया गया।
सारी घटना की जानकारी मिलने पर नालागढ़ के एसडीएम महेंद्र पाल गुज्जर ने नप बद्दी के ईओ व बीएमओ से जवाब मांगा है। विदित हो कि
अर्की के एक 54 वर्षीय व्यक्ति की काठा अस्पताल में कोरोना से मौत हुई है। इस व्यक्ति की तबियत खराब होने पर अर्की से काठा अस्पताल मे शिफ्ट किया गया था। जहां पर उसने मंगलवार रात को दम तोड़ दिया। यह व्यक्ति बीएसएनएल विभाग दिल्ली में तैनात था और उसने बीएसएनएल से बीआरएस ले रखी थी। उसके निधन के बाद नप को बॉडी हेंड ओवर की गई लेकिन नप ने शव वाहन व दूसरे वाहन में न ला कर कूड़ा उठाने वाले ट्राली में डाल कर शीतलपुर शमशान घाट तक लाई गई।
मृतक के परिजनों से इसका विरोध किया है। परिजनों का कहना है कि अगर उनके साथ ऐसा हुआ है तो एक गरीब व्यक्ति के साथ प्रशासन किस तरह का व्यवहार करती होगी।
दूसरी ओर दून के पूर्व विधायक राम कुमार चौधरी ने इस मामले की निंदा की है तथा इसकी जांच कराने की मांग की है व तत्काल प्रभाव से ई.ओ. बद्दी को सस्पैंड करने की मांग की है। कोविड़ काल में करोना मरीजों को गंदगी की ट्रालियों में लाना निंदनीय है।
उधर, एसडीएम महेंद्र पाल गुर्जर ने बताया कि इस मामले में ईओ बद्दी व बीएमओ से जवाब मांगा जाएगा।