एप्पल न्यूज़, ऊना
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने प्रदेश में कमजोर स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। रविवार को जारी बयान में मुकेश ने कहा कि कोरोना संकट के ऐसे समय में जब विपक्ष व प्रदेश की जनता सरकार का हर बेहतर कार्य के लिए समर्थन कर रहे हैं, ऐसे में प्रदेश में दम तोड़ रही स्वास्थ्य व्यवस्थाएं मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री पर सवाल खड़े कर रही है।
मुकेश ने कहा कि सरकार को बिना देरी टांडा मेडिकल कॉलेज सहित अन्य उच्च संस्थानों में गंभीर रोगियों के लिए वेंटिलेटर व आईसीयू वार्ड की संख्या को बढ़ाना चाहिए। हालत यह है कि जिन रोगियों को गंभीर स्थिति में रेफर किया जा रहा है। उन्हें बेड नसीब नहीं हो रहा है, जिसके चलते मृत्यु दर में इजाफा हो रहा है और जनता का विश्वास स्वास्थ्य व्यवस्था से उठने लगा है, जो कि सरकार के लिए शर्म की बात है। नेता विपक्ष ने कहा कि सभी कार्यों को पीछे छोड़कर सबसे पहले हर स्थान पर स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसा न हो कि प्रदेश की जनता स्वास्थ्य मंत्री के गायब होने पर ढूंढने वाले को इनाम ही दे दे। मुकेश ने कहा कि ये समय संकट का है और ये समय जनता को बचाने का भी है। ऐसे में किसी भी लापरवाही को सहन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि जिला ऊना में भी कोविड अस्पतालों की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत बनाया जाए और पंडोगा व बाथू में ऑक्सीजन की व्यवस्था कर कोविड केयर सेंटर जल्द तैयार किया जाए।
कोरोना संक्रमितों की मौत सरकार दे राहत राशि
नेता प्रतिपक्ष मुकेश ने कहा कि प्रदेश में 2200 के करीब मृत्यु कोरोना संक्रमण के चलते हो गई है और ऐसे अनेक परिवार है, जिसकी रोजी रोटी भी चलाना मुशिकल हो गया है। ऐसे में कोरोना संक्रमण से हुई मौतों पर कुछ राहत राशि आपदा प्रबंधन के तहत इन परिवारों को दी जानी चाहिए।
व्यापाारियों से सरकार करे बात
मुकेश ने कहा कि प्रदेश सरकार अटपटे निर्णय लेकर कुछ की फजीहत करवा रही है। सब वर्ग जब सहयोग कर रहे हैं, तो सरकार को सहयोग लेने की नीति पर ही चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुकानें खोलने या बंद करने के मसले पर सरकार को प्रदेश भर के व्यापार संगठनों से बात करनी चाहिए, ताकि किसी प्रकार की निराशा न हो।