एप्पल न्यूज़, शिमला
कोरोना महामारी के कारण जंहा व्यापारियों ओर कारोबारियों पर जीवन यापन का संकट खड़ा हो गया है तो वंही टेक्सी व्यवसाय से जुड़े लोग भी अपना व्यवसाय बदलने को मजबूर हो गए हैं। कोरोना महामारी के कारण ठप्प पड़े टेक्सी व्यवसाय के कारण विकासनगर निवासी भरत भंडारी ने टेक्सी चलाना छोड़ अब अपने हुनर से रोजगार जुटा लिया जिससे वे अपना व अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे है।
भरत भंडारी पेड़ो के ठूंठ से रोजमर्रा उपयोग की वस्तुएं व कलाकृतिया बनाकर व उन्हें बेचकर गुज़र बसर कर रहे हैं।कोरोना महामारी के कारण प्रदेश के लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं तो वंही कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपना व्यवसाय बदलकर अपने हुनर से रोजी रोटी के लिए जुगत कर रहे है।
राजधानी के विकासनगर निवासी भरत भंडारी मंदी के दौर से गुजर रहे टेक्सी व्यवसाय की जगह अब पेड़ों के ठूंठ से रोजमर्रा उपयोग की वस्तुओं के साथ ही अलग अलग कलाकृतिया बनाकर पैसे कमा रहे हैं।
भरत भंडारी का कहना है कि टेक्सी व्यवसाय ठप्प होने के बाद उन्होंने अपने हुनर को रोजगार बनाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि पेड़ों के बेकार पड़े ठूंठ से उन्होंने कई तरह की जरूरत का सामान व अन्य कलाकृतियां बनाने का काम शुरू किया जिन्हें बेचकर उनका गुजर बसर हो रहा है।