एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल प्रदेश में सोमवार से शुरु हो रहे 10 दिवसीय विधानसभा सत्र के पहले रविवार को एक सर्वदलीय बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष ने की। राज्य विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से 13 अगस्त तक चलेगा।
बैठक के दौरान संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री, सीपीआईएम विधायक राकेश सिंघा मुख्य सचेतक विक्रम जरयाल व उप सचेतक कमलेश कुमारी उपस्थित रहे।
बैठक के बाद विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वीरभद्र सिंह इस सत्र में नही होंगे। बहुत बड़ी सख्सियत के जाने से सदन को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। पहले दिन वीरभद्र सिंह व नरेंद्र बरागटा को याद किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल ने मुख्य सचेतक व उप सचेतक बनाये है। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से मांग कि जो सम्मान इन्हें दिया जा रहा है वही विपक्ष को भी दिया जाए। विपक्ष के चीफ वीप को भी सर्वदलीय बैठक में बुलाया जाए।
उन्होंने कहा कि महंगाई, बाढ़ जैसे अनेक बहुत बड़े मुद्दे हैं इन पर चर्चा के लिए सभी को समय दिया जाए ऐसा स्पीकर से अनुरोध किया गया है।
सर्वदलीय बैठक के बाद, विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह ने कहा कि 2 से 13 अगस्त तक चलने वाले सत्र में 10 बैठक होंगी। उन्होंने कहा कि कोरोना के बीच सत्र चुनोतिपूर्ण है। कोरोना थमा है खत्म नही हुआ। जितने प्रवेस द्वार है उनमें स्कैनिंग की पूर्ण व्यवस्था है।
परिसर को एक बार सेनेटाइसशन की व्यवस्था की गई है। मंत्री यों को सीमित स्टॉफ लाने को कहा गया है। लगभग 8 सौ लोग सत्र के दौरान ड्यूटी देंगे जो कोरोना के मध्यनजर पहले की अपेक्षा कम है।
सत्र में 853 प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमे 618 तारांकित व 235 अतारांकित प्रश्न पूछे गए है। उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी और विपक्षी विधायकों से सहयोग का अनुरोध किया है ताकि आगामी विधानसभा सत्र शांतिपूर्ण और गरिमापूर्ण तरीके से संचालित हो सके।