एप्पल न्यूज़, बैजनाथ
बैजनाथ ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के महासचिव त्रिलोक सूर्यवंशी ने प्रैस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि ऐतिहासिक धार्मिक शिवनगरी बैजनाथ स्थित हिमाचल पथ परिवहन निगम का सबसे पुराना डिपो की बसें स्टाफ सहित जोगिन्दर नगर स्थान्तरित करना दुर्भाग्यपूर्ण है
उन्होंने कहा कि परिवहन निगम बैजनाथ के डिपो का न केवल पुराना इतिहास है बल्कि यहाँ से कई बर्षो से शिमला,पठानकोट, चण्डीगढ़ ,दिल्ली तथा हरिद्वार के लिए बसें चल रही हैं जो कि स्टाफ की कमी के कारण प्रभावित होंगी!इसके अतिरिक्त बहुत सारे लोकल रूट भी बंद हो जाएंगे तथा भविष्य में लोगों को अत्याधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा!

त्रिलोक सूर्यवंशी ने कहा कि निगम ने रैशनलाईजेशन करके डिपो के लगभग 130 कर्मचारियों को जिसमें 54 चालक , 52 परिचालकों सहित अन्य स्टाफ को बसों सहित जोगिन्दर नगर बदल दिया गया जो कि नियमों व जनभावनाओं के विरुद्ध है।
सूर्यवंशी ने कहा कि कर्मचारियों की रैशनलाईजेशन (युक्तिकरण) तभी की जाती है जब स्टाफ अधिक हो लेकिन बैजनाथ में पहले से ही स्टाफ की कमी थी!इससे बेहतर होता कि निगम स्टाफ रैसलाईजेशन (युक्तिकरण) के बजाय जोगिन्दर नगर डिपो के लिए नये पद सृजित करता जिससे बेरोजगारों को रोजगार मिलता और डिपो के लिए नयी बसें खरीदता जो कुछ बर्ष चलती भी।
सूर्यवंशी ने कहा कि अभी तक बैजनाथ बस अड्डे का निर्माण कार्य भी कागजों तक ही सीमित है जबकि चुनावी बर्ष शुरू हो गया है! उन्होंने कहा कि कुछ माह पहले प्रदेश के परिवहन मंत्री बैजनाथ में पत्रकार वार्ता में घोषणा कर गए थे कि नये बस अड्डे के निर्माण के लिए 15 दिन के भीतर टैंडर कर दिए जाएंगे लेकिन अभी तक इस सम्बन्ध में कोई प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि करते भी कैसे अभी तक कार्यशाला के पुराने भवनों जहाँ बस अड्डा बनाया जाना प्रस्तावित है को गिराने की अनसेफ रिपोर्ट भी स्पष्ट नहीं है और लोगों को बेवकूफ बनाया जा रहा है।
सूर्यवंशी ने कहा कि इस सरकार ने नये बस अड्डे का निर्माण कार्य तो क्या करबाना उल्टा आधे बस डिपो को ही बदल दिया गया!
अन्त में सूर्यवंशी ने इस सारे मामले के लिए स्थानीय विधायक की इच्छाशक्ति की कमी बताया।