एप्पल न्यूज़, शिमला
एसएफआई गर्ल्स सब कमिटी वि.वी इकाई ने हॉस्टल में रह रही छात्राओं की समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा। जिसके अंदर मुख्य मांग यह थी कि गर्ल हॉस्टल के अंदर जो कैंटीन है उसे जल्द खोला जाए।
गर्ल्स हॉस्टल के अंदर एक सामान्य कैंटीन बनाई गई है लेकिन बड़े लंबे समय से वो बंद है। एसएफआई गर्ल्स सब कमिटी ने यह मांग की कि उस कैंटीन को छात्राओं के लिए खोला जाए।
इसमें दूसरी मांग यह थी कि गर्ल्स हॉस्टल के अंदर जो इंटर हॉस्टल आउटिंग होती थी उसे खोला जाए। हर हॉस्टल के अंदर 8:00 बजे गेट पर ताले लगा दिए जाते है जैसे वो छात्र नहीं कैदी हो। जिस तरीके से छात्राए पहले भी एक हॉस्टल से दूसरे हॉस्टल अपनी पढ़ाई या किसी और कार्य को लेकर जाती थी अब वो नही जा सकती है। इसलिए एसएफआई ने मांग की है कि इंटर हॉस्टल आउटिंग को जल्द खोला जाए।
इसके साथ – साथ हर एक हॉस्टल के अंदर MI रूम की सुविधा जिम की सुविधा दी जानी चाहिए । हॉस्टल्स के अंदर आए दिन बहुत सी छात्राओं को अपने स्वास्थ्य को लेकर समस्याओं का सामना करना पढ़ता है। उनके लिए किसी भी तरीके की सुविधा का प्रावधान कराने में हमारा प्रशासन निरर्थ है ।
कहाँ तो प्रशाशन को हर के हॉस्टल के अंदर MI रूम की सुविधा देनी चाहिए लेकिन प्रशासन एक कॉमन MI रूम बनाने में भी नाकामयाब है ।
एसएफआई गर्ल्स सब कमिटी ने यह मांग की है कि हर एक हॉस्टल के अंदर MI रूम और साथ ही छात्राओं के लिए जिम की सुविधा मुहैया करवाई जाए ।
विश्वविधालय के अंदर सभी छात्र छात्राओं के लिए 24 सेक्शन लाइब्रेरी का प्रावधान किया गया है लेकिन हॉस्टल की छात्राएं ना तो अपने हॉस्टल्स से उस 24 सेक्शन लाइब्रेरी तक जा सकती है और ना ही वहा पर पढ़ाई कर सकती है ।
जब हम एक एजुकेशन इंस्टीट्यूट के अंदर की बात करते है तो हमारे संविधान के अनुच्छेद 29(1) के अंदर भी कहा गया है कि हर एक एजूकेशनल इंस्टीट्यूट के अंदर सभी को इक्वल ऑपर्टिनिटी मिलनी चाहिए।
वही जब बात लाइब्रेरी में छात्राओं के पढ़ने की आती है तो छात्राओं के लिए 7:30 बजे हॉस्टल के गेट बंद कर दिए जाते हैं और उन्हें लाइब्रेरी में पढ़ने की अनुमति नहीं है । एसएफआई गर्ल्स सब कमिटी ने यह मांग की है कि हॉस्टल के ताले खुले रखे जाए ताकि जो छात्राए 24 सेक्शन लाइब्रेरी में पढ़ना चाहती है वो अपनी पढ़ाई पूरी कर सके ।
एसएफआई गर्ल्स सब कमिटी ने हॉस्टल में आ रही पानी की दिक्कत , बिजली से संबंधित दिक्कत या फिर हॉस्टल्स की रिनोवेशन जल्द करवाने की मांग भी रखी है । एसएफआई गर्ल्स सब कमिटी ने मांगपत्र सौंपते हुए यह भी कहा कि इन मांगों को जल्द से जल्द पूरा नहीं किया गया तो आने वाले समय के अंदर विश्विद्यालय की छात्राओं को लामबंद करते हुए हर एक पधाधिकारी का घेराव भी करेगी और आंदोलनों के अंदर भी जाएगी जिसका जिम्मेवार स्वयं विश्वविद्यालय प्रशाशन होगा।