एप्पल न्यूज़, शिमला
राजधानी शिमला में दो साल बाद अंतरराष्ट्रीय ग्रीष्मोत्सव 5 से 8 जून तक रिज मैदान पर हो रहा है। करोना के चलते दो साल फेस्टिवल नही हो पाया।
ये अलग बात है कि लवी मेले की तरह ही शिमला ग्रीष्मोत्सव भी सिर्फ नाम का अंतरराष्ट्रीय मेला है। न मालूम क्यों प्रशासन शिमला जिला के इस दोनों मेलों को अंतरराष्ट्रीय के नाम पर लोगों को गुमराह करने में जुटे हैं।
केंद्र सरकार से एक भी रुपया मेलों के लिए नहीं आता फिर भी प्रशासन कहता है कि ये आज से नहीं कई दशकों से अंतरराष्ट्रीय मेले हैं। जबकि इन दोनों मेलों का स्तर गिरकर आज राष्ट्रीय या राज्यस्तरीय भी नहीं बल्कि स्थानीय लोकल मेलों के बराबर कर दिया है।
ग्रीष्मोत्सव की सांस्कृतिक संध्याओं में इस बार भी बॉलीवुड का कोई बड़ा कलाकार नही बुलाया गया है. जिसके चलते किसी समय हिमाचल की शान रहा समर फेस्टिवल स्थानीय कलाकारों का फेस्टिवल बन कर रह गया है। इसके पीछे धन का अभाव बताया जा रहा है।
वैसे समर फेस्टिवल पर 70 से 80 लाख का खर्च आ रहा है. सबसे दिलचस्प बात ये है की दो साल पहले बुलाए स्थानीय कलाकारों को भी अभी उनकी पेमेंट नही मिली है। ये राशि करीब 30 लाख बताई जा रही है। इससे कलाकारों में निराशा और रोष है। क्योंकि बड़े कलाकारों को लाखों की राशि दे दी लेकिन छोटे स्थानीय कलाकार कोरोना काल मे पैसों को तरसते रहे।
इस बार सांस्कृतिक संध्याओं में पंजाबी गायक गुरु रंधावा और हिमाचल के गायक हंसराज रघुवंशी के साथ ही पहाड़ी गायक कुलदीप शर्मा मुख्य आकर्षण होंगे।
5 जून से शुरू हो रहे ग्रीष्मोत्सव में देर रात 10 बजे तक कार्यक्रम चलेंगे। दिन में पहाड़ी कार्यक्रम होंगे और रात को रिज पर स्टार नाइट में कलाकार रंगारंग प्रस्तुतियां देंगे. पहली बार होगा जब ग्रीष्मोत्सव में लोगों को पूरा दिन कार्यक्रम देखने के लिए मिलेंगे।
एडीसी शिवम प्रताप सिंह ने बताया कि ग्रीष्मोत्सव कार्यक्रम में पहाड़ी नाटी, खेल स्पर्धाएं, नृत्य प्रतियोगिता, रॉक बैंड प्रतियोगिता, पारंपरिक लोक वाद्य यंत्र प्रतियोगिता, फैशन शो, कवि सम्मेलन, हेल्दी बेबी शो, फ्लावर शो, पुलिस सेना और होमगार्ड बैंड प्रतियोगिताएं होगी।
समर फेस्टिवल के दौरान स्वयं सहायता समूहों, महिला मंडलों, स्कूली छात्रों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता महा नाटी भी डालेंगे। शहर के विभिन्न स्थानों को चिन्हित कर प्रदर्शनियां लगाई जाएंगी।
NIFD द्वारा फैशन शो भी आयोजित करवाया जायेगा. 5 जून को अरुणोदय, 6 जून को कुलदीप शर्मा, 7 को बाबा हंसराज व 8 जून को गुरु रंधावा धूम मचाएंगे।