बिजली बोर्ड द्वारा दी जा रही मुफ्त बिजली की खपत राशि को प्रदेश सरकार हर तिमाही बिजली बोर्ड को अग्रिम रूप में करे जमा
एप्पल न्यूज़, सीआर शर्मा आनी
हिप्र राज्य बिद्युत बोर्ड कर्मचारी यूनियन का एक सम्मेलन शनिवार को समिति सभागार आनी में आयोजित किया गया।जिसकी अध्यक्षता संघ के राज्य महासचिव हीरा लाल वर्मा ने की।
इस सम्मेलन में आनी बिद्युत मण्डल सहित विभिन्न स्थानों से आये बोर्ड कर्मचारियों तथा सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने भाग लिया।इस मौके पर बोर्ड के कर्मचारियों की विभिन्न मांगों पर चर्चा की गई और बोर्ड के अस्तित्व को बचाने के लिए भी गहन बिचार विमर्श किया गया।
सम्मेलन में यूनियन के राज्य महासचिव हीरा लाल वर्मा ने कहा कि यूनियन बोर्ड के कर्मचारियों के हितों के लिए त्तपर है और बोर्ड को निजीकरण से हटाने के लिए भी यूनियन लम्बी लड़ाई के बाद सफल रही है।
उन्होंने कर्मचारियों की घटती संख्या पर चिंता जताई और कहा बोर्ड में कर्मचारियों की कमी के कारण दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी हुई वहीं बिजली उपभोक्ताओं की सेवा भी प्रभावित हो रही है।
उन्होंने कहा आज बिजली बोर्ड में कर्मचारियों के 7500 से ऊपर के पद खाली चल रहे हैं ।वहीं वितिय संकट तेजी से विराट रूप ले रहा है। उन्होंने कहा आज प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को वेहतर सेवा देने के लिए फील्ड व कमर्शियल स्टाफ की जरूरत है ।
उदय योजना को लागू करने में खड़ी की गई खामियों के चलते केंद्र सरकार की योजना के अंतर्गत की गई बोर्ड के 2870 करोड़ रुपये की ऋण सरंचना का लाभ बोर्ड को नहीं मिल पाया है । वहीं फ़्री बिजली योजना से बिजली बोर्ड़ के राजस्व के कम होने से वित्तीय संकट ने विराट रुप ले लिया है।
उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि उदय योजना की खामियों को दूर करे और आज बोर्ड की खराब वित्तीय स्थिति को देखते हुए बिजली बोर्ड के माध्यम से दी जा रही मुफ्त बिजली की खपत राशि को प्रदेश सरकार हर त्रिमाही बिजली बोर्ड को अग्रिम रूप में प्रदान करे।अन्यथा बोर्ड को गंभीर आर्थिक संकट से जूझना पड़ेगा।सरकार इसके लिए समय रहते प्रभावी कदम उठाए।
इस अबसर पर यूनियन के बरिष्ठ उप प्रधान सूंदर जिष्टु. प्रशान्त शर्मा. झाबा राम शर्मा. सचिन चंदेल. अमित भरोटा. दीप राज शर्मा.सेवानिवृत्त कर्मचारी संघ के प्रधान नवल ठाकुर तथा बरिष्ठ अधिषासी अभियंता विजय ठाकुर साल सहित बोर्ड के अन्य अधिकारी कर्मचारी तथा सेवानिवृत्त कर्मचारी मौजूद रहे।