एप्पल न्यूज़, शिमला
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का शिमला में पीटीए नियमित अध्यापक संघ की ओर से आभार एवं अभिनन्दन किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार गुणात्मक शिक्षा मुहैया करवाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है, जिसमें प्रदेश के शिक्षक विशेष योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की हमेशा ही अग्रणी भूमिका रही है और शिक्षकों के मार्गदर्शन के बिना नागरिकों और समाज का विकास संभव नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीटीए शिक्षकों ने पूरी ईमानदारी व निष्ठा से दूरदराज के क्षेत्रों में वर्षों तक अपनी सेवाएं प्रदान की हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने पीटीए, पैट और पैरा शिक्षकों की मांगों को पूरी तरह से अनसुना कर दिया, लेकिन वर्तमान प्रदेश सरकार ने सरकारी स्कूलों में नियुक्त पीटीए, पैट और पैरा शिक्षकों के दर्द को समझा और इसका समाधान निकालने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार के प्रयासों से वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद उन्हें नियमित कर विभाग में समायोजित किया गया। सरकार के इस निर्णय से प्रदेश के लगभग 6500 पीटीए, 3300 पैट और 97 पैरा शिक्षक लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने उन 1368 पीटीए शिक्षकों, जो नौकरी में अंतराल की अवधि और शिक्षा निदेशालय में दस्तावेजों के देर से आने के कारण अनुबंध के दायरे से बाहर रह गए थे, उन्हें भी नियमित किया है।
उन्होंने विश्वास दिलाते हुए कहा कि पीटीए नियमित शिक्षकों को नियमितीकरण का लाभ पूर्व तिथि से (रेट्रोस्पेक्टिव) प्रदान करने पर राज्य सरकार गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि वित्त सचिव को इसके वित्तीय व अन्य पहलुओं का अध्ययन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने एसएमसी शिक्षकों के लिए कैजुअल लीव, मेडिकल और मैटरनिटी लीव देने संबंधी अन्य कई मांगों को भी पूरा किया है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि शिक्षा का संचालन सुचारू रूप से हो सके इसके लिए राज्य सरकार ने शिक्षा विभाग में समय-समय पर विभिन्न श्रेणी के शिक्षकों और गैर शिक्षक कर्मचारियों की नियुक्तियां, पदोन्नतियां कर उन्हें नियमित भी किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अब तक के कार्यकाल में 10 हजार से अधिक शिक्षकों की भर्ती की गई है।
साढे़ 8 हजार से अधिक शिक्षकों को पदोन्नतियां दी गई और 20 हजार से अधिक शिक्षकों को नियमित किया गया। इसके अलावा करीब 7 हजार नियुक्तियों की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार के अब तक के कार्यकाल में 5 हजार से अधिक गैर शिक्षकों को भी नियुक्तियां दी गईं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश ने अपने गठन से लेकर अब तक के सफर में असीम प्रगति की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार शिक्षा को सर्वाेच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है। सरकार द्वारा वर्तमान वित्त वर्ष में शिक्षा क्षेत्र के लिए 8 हजार 412 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है।
इससे पहले, पीटीए नियमित अध्यापक संघ ने मुख्यमंत्री का अभिनंदन एवं सम्मान किया तथा हाटी समुदाय से संबद्ध शिक्षकों ने भी मुख्यमंत्री को सम्मानित किया।
शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के गतिशील नेतृत्व में विभिन्न कर्मचारी हितैषी निर्णय लिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पीटीए, पैरा और पैट वर्ग के शिक्षकों की लम्बित मांग को पूरा किया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का जन समस्याओं के प्रति सदैव मानवीय व संवेदनशील दृष्टिकोण रहा है और वे आमजन की समस्याओं के निवारण के लिए तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारी हितैषी निर्णयों व कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से प्रदेश को विकास के शिखर पर ले जाने वाले मुख्यमंत्री के नेतृत्व में इस बार रिवाज भी अवश्य बदलेगा।
पीटीए नियमित अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष हरीश ठाकुर ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार और विशेष तौर पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने पीटीए शिक्षकों की पीड़ा को समझा और उनके भविष्य को सुरक्षित करते हुए नियमित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया।
पीटीए नियमित अध्यापक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित मुखिया ने मुख्यमंत्री सहित सभी का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर पीटीए नियमित अध्यापक संघ के महासचिव शिशुपाल राजटा, विवेक मेहत्ता, मामराज पुंडीर सहित पदाधिकारी, वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।