एप्पल न्यूज़, शिमला
कोर्ट की फटकार के बाद हिमाचल पुलिस ने तुरंत 10 SI प्रमोट कर दिए। आदेश भी हाथोंहाथ देने पड़े और पोस्टिंग और जॉइनिंग भी वहीं जहाँ वर्तमान में सेवाएं दे रहे थे।
वाक़या हिमाचल पुलिस का है। बीते वर्ष अक्टूबर 2022 को प्रमोशन के लिए DPC हुई जिसमें 113 SI, ASI और हवलदार को प्रमोट किया जाना था। करीब 10 माह बीत जाने के बाद भी उन्हें प्रमोशन नहीं दी जा रही थी।

सूत्रों के अनुसार कारण बताया गया अधिकारियों की आपसी खींचतान और पीस रहे थे कर्मचारी। आलम ये कि बिना प्रमोशन के ही कई कर्मचारी रिटायर हो रहे थे। जीवन भर प्रमोशन का इंतजार और आखिर में हाहाकार, शोर तो मचना ही था कि अकहिर कर्मचारियों का कसूर क्या।
शाम को प्रमोशन कर रात को कर दिए थे ऑर्डर कैंसिल
गत 17 जुलाई की शाम को अचानक से सभी की प्रमोशन के आदेश जारी किए गए। सब खुश मिठाईयां बंटने लगी और अपनों की बधाई आने लगी। जॉइनिंग और पार्टी की तैयारियां चल रही थी कि आधी रात को अचानक आदेश रद्द कर दिए। कारण कोई नहीं।

एप्पल न्यूज़ पर 18 जुलाई को प्रकाशित खबर
कुछ कर्मी तो 31 जुलाई को ही रिटायर हो रहे थे। प्रमोशन के बाद बिना प्रमोशन के ऐसा लग रहा था मानो लांछन लग गया हो।
फिर क्या रामपुर बुशहर CID विंग में तैनात अधिकारी गोपाल दास खुद को ठगा सा महसूस कर रहे थे। और पहुच गए कानून की शरण में।

गोपाल दास ने अपने अधिवक्ता पूर्व विधायक हिरदया राम के मार्फ़त हिमाचल हाईकोर्ट में न्याय की गुहार लगाई। इस मामले की 27 जुलाई को हाईकोर्ट में न्यायाधीश न्यायमूर्ति ज्योत्स्ना रिवालदुआ की कोर्ट में कई गईं।
अधिवक्ता हिरदया राम ने बताया कि सुबह की सुनवाई में पुलिस अधिकारियों से पूछा गया कि आखिर प्रमोशन करने के बाद निर्णय को रद्द क्यों किया गया। इस पर जवाब दिया गया कि सरकार के आदेशानुसार ट्रांसफर केवल आखिरी 4 दिन में ही कि जाती है इसलिए आदेश रद्द किए।
इस एपर अदालत ने पूछा कि ये तो ट्रांसफर नहीं प्रमोशन के मामला है तो पुलिस विभाग संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। इस पर अदालत ने पुलिस विभाग को कड़ी फटकार लगाते हुए इसे अनैतिक करार दिया। और आदेश दिए कि विभाग दोपहर बाद अदालत को रिपोर्ट करे कि विभाग इस मामले में क्या करेगा।

अदालत के आदेशों पर कार्रवाई से बचने के लिए आनन फानन में पुलिस मुख्यालय से गोपाल दास सहित 10 सब इंस्पेक्टर की प्रमोशन के आदेश तुरन्त अदालत में पेश किए गए। आदेशों में साफ कहा कि ये सभी अधिकारी जहां सेवारत हैं वहीं पर तुरंत जॉइनिंग देंगे। इस पर अदालत ने फटकार के बाद सुनवाई को पूर्ण कर इन अधिकारियों को न्याय दिलवाया।

गौर हो कि अभी भी 103 हवलदार और ASI की प्रमोशन की फाइल अभी भी पेंडिंग रखी गई है केवल SI ही प्रमोट किए गए है। एप्पल न्यूज़ ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित कर मामले को संज्ञान में लाया था और अदालत से उन्हें बड़ी राहत मिली है।

