एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार में एक साल बाद विस्तार हुआ और 2 मंत्री बना दिए. 12 दिसंबर को राजभवन मे शपथग्रहण हुआ और राजेश धर्माणी और यादवेंद्र गोमा को मंत्रिमंडल मे शामिल कर दिया. अब हालात ये हैं कि शपथ को 8 दिन हो गए आज से विधानसभा का शीतकालीन सत्र भी शुरू हो रहा है लेकिन मंत्री आज भी विदा आउट पोर्टफोलियो घूम रहे हैं.
अब मंत्री पसोपेश में हैं कि किस विभाग का काम देखें और क्या काम करें.
मुख्यातिथि बनकर कार्यक्रम में जा रहे हैं तो सिर्फ कैबिनेट मंत्री.
अब ये तो बड़ा अजीब वाक्या हो गया. मंत्री भी बने और बिना विभाग के. ऐसे में स्व नरेंद्र बरागटा की याद आ गई. पूर्व भाजपा सरकार के समय उन्हें भी कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई लेकिन कोई विभाग नहीं दिया गया. आलम ये कि काम की लगन वाले बरागटा ने जनमंच का ही जिम्मा सम्भाल लिया और बखूबी उस कार्य को भी अंजाम दिया. लेकिन रहे विद आउट पोर्टफोलियो. आज हमारे बीच नहीं लेकिन जिस तरह से भाजपा को कांग्रेस के गढ़ उपरी शिमला में उन्होंने सींचा और बागवानी मंत्री के तौर पर कार्य किया उसे हमेशा याद रखा जायेगा.
अब फिर तेरी कहानी याद आई की तर्ज पर दो मंत्री 8 din बीत जाने के बाद भी बिना विभाग के हैं तो फिर विपक्षी सवाल उठा रहे हैं क्या सुक्खू सरकार मे सब कुछ ठीक नहीं. पहले एक साल मंत्री पद के लिए लटकाया अब 8 दिन से विभाग को तरस रहे हैं.
अब सवाल ये कि इतना इंतजार क्यों, देखते हैं कब फुल मंत्री बनते हैं…!