एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल कैडर में 2019 बैच के एक IAS अधिकारी नवीन तनवर को किसी दूसरे अभ्यर्थी की जगह बैंक की IBPS परीक्षा देते हुए पकड़े जाने और फिर दोषी पाए जाने पर सरकार ने सस्पेंड कर दिया है।
साल 2014 में आईबीपीएस क्लर्क की भर्ती परीक्षा में 2 परीक्षार्थियों के स्थान पर परीक्षा देने वाले दो अभियुक्तों और हिमाचल के इस IAS अधिकारी सहित 6 लोगों को CBI कोर्ट ने 3 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई थी।
सभी दोषियों पर 10-10 हजार का जुर्माना भी लगाया गया है। IAS नवीन तनवर वर्तमान में चंबा जिला में ADC के पद पर कार्यरत थे। 13 दिसंबर, 2014 को गोविंदपुरम स्थित आइडियल इंस्टीच्यूट ऑफ टेक्नोलाजी में IBPS क्लर्क भर्ती परीक्षा ही थी।
CBI को सूचना मिली कि परीक्षार्थी के स्थान पर दूसरे युवक परीक्षार्थी बनकर पेपर दे रहे हैं। सूचना पर CBI की टीम ने मौके पर जाकर अमित सिंह और अजय पाल के स्थान पर परीक्षा दे रहे नवीन तनवर और सावन को पकड़ा था।
इस मामले में सुग्रीव गुर्जर और हनुमत गुर्जर ने दोनों परीक्षार्थियों को साल्वर मुहैया कराने में बिचौलिए की भूमिका निभाई थी।
मामले में फैसले की कॉपी CBI से राज्य सरकार को देरी से मिली, इस कारण पिछली तारीख से ही उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है।
उनकी सस्पेंशन कोर्ट से दोषी घोषित किए जाने की तिथि से मानी जायेगी। सस्पेंशन अवधि के दौरान शिमला सचिवालय के कार्मिक विभाग में इनका हैडक्वार्टर रहेगा।