देश में इस वर्ष में राजनीतिक उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे – पं. शशिपाल डोगरा
नया विक्रमी संवत शुरू होगा 9 अप्रैल से, दो प्रमुख पदों परस्पर शत्रु ग्रहों के होने से विश्व में युद्ध का माहौल रहेगा
एप्पल न्यूज़, शिमला
9 अप्रैल 2024 को नव संवत 2081 शुरू होने जा रहा है। इस वर्ष का राजा मंगल तथा मंत्री शनि रहेगा। दो प्रमुख पदों परस्पर शत्रु ग्रहों के होने से विश्व में युद्ध का माहौल रहेगा, विभिन्न देशों में टकराव और वर्चस्व की होड़ रहेगी।
भ्रष्टाचार, चोरी, ठगी, लूटमार, अग्निकांड की घटनाएं अधिक होगी। भारतवर्ष की बात करें तो भारत के राजनीतिक पटल पर विशेष उतार-चढ़ाव होंगे, विभिन्न राजनेताओं और राजनीतिक पार्टियों में परस्पर टकराव,
विरोध और कई नए गठबंधन बनेंगे। यह कहना है जाने माने अंक ज्योतिषाचार्य पंडित शशि पाल डोगरा का।
पं. शशिपाल डोगरा के मुताबिक अगले विक्रमी संवत में किसी राज्य में सत्ता परिवर्तन और किसी प्रमुख नेता के अपदस्थ या मृत्यु के योग बन रहे हैं।
इस दौरान पेट्रोल और डीजल के भाव में अचानक वृद्धि होगी। अप्रैल से जून तक गुरू व शुक्र के अस्त होने से भारत के राजनीतिक सामाजिक एवं आर्थिक क्षेत्र में स्थिरता अनिश्चितता एवं उथल-पुथल होने के संकेत है।
उनकी गणना कहती है कि इस वर्ष के दौरान किसी बड़े नेता के निधन के योग बन रहे हैं। वहीं, भारत तथा विश्व में कहीं रेल या हवाई दुर्घटना बाढ़ व भूकंप आदि प्राकृतिक प्रकोप से जन-धन हानि होगी।
पंडित डोगरा कहते हैं कि लोकसभा चुनाव में भाजपा का परचम बढ़ेगा, परंतु राह इतनी आसान भी नहीं है। इस चुनाव में बड़े-बड़े नेताओं को झटका लग सकता है। कुछ बड़े-बड़े नेता चुनाव हार जाएंगे।
वहीं, कांग्रेस के लिए समय अनुकूल नहीं चल रहा है। कांग्रेस पार्टी तथा इंडिया नामक गठबंधन आपस में ही उलझा के रह सकते हैं। उनका मानना है कि इस गठबंधन के नेता सभी बड़े पदों की चाह में रहेंगे, जिस कारण गठबंधन टूट सकता है।
पंडित डोगरा के मुताबिक हिमाचल प्रदेश की राजनीति में भी बड़े उथल-पुथल के योग हैं। चुनाव परिणाम विपरीत आएंगे। कुछ नेताओं के सपने चूर होंगे।
जनता बड़े नेताओं को कोई बड़ा झटका देगी, जिसकी कल्पना नहीं की होगी। कुछ नेताओं का अहंकार टूटेगा। जहां कुछ नेताओं की कुर्सी जाएगी, वहीं कुछ का भाग्य उदय होगा।
नए वर्ष का राजा मंगल और मंत्री शनि,
अंक गणना के हिसाब से 9 अप्रैल 2024 मंगलवार को कालयुक्त नव विक्रम संवत 2081 शुरू होने जा रहा है। 9 अप्रैल अंक जो मंगल का अंक है और मंगल एक अग्नि तत्व ग्रह है।
मंगल भूमि का कारक भी है। जिस कारण भूकंप के योग, दुर्घटना अग्निकांड, भ्रष्टाचार, दंगे, जन-धन हानि देगा। वहीं 13 अप्रैल को सूर्य मेष राशि में प्रवेश करेगा। 1+3=4 अंक जो राहु का अंक है।
राहु परेशानी देता है। जनता में मानसिक तनाव रहेगा। शमशान योग बनाता है। 2024 का 8 अंक बनता है। 8 अंक शनि का अंक है। शनि न्याय का कारक है। शनि दंड अधिकारी है। शनि जेल का कारक है।
घट स्थापना का मुहूर्त सुबह 6:02 से 10:16 तक
नवरात्रि में घट स्थापना के लिए सबसे शुभ मुहूर्त दिन का पहला एक तिहाई समय होता है। अभिजीत मुहूर्त भी कलश स्थापना के लिए बहुत ही शुभ फलदाई कहा गया है।
घट स्थापना का मुहूर्त सुबह 6:02 से 10:16 तक। अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:57 से 12:48 तक शुभ रहेगा।
सनातन धर्म को मानने वाले सभी सनातनियों को अपने-अपने घरों में नवरात्रि की पूजा अवश्य करनी चाहिए। नवरात्रि की पूजा पर मां भगवती की आराधना करें।
नवरात्रि की पूजा पर सनातनियों को व्रत अवश्य करना चाहिए। सात्विक भोजन का प्रयोग करें, दिन में फलहार इत्यादि भी ले सकते हैं। 9 दिन तक चलने वाले नवरात्रि पर्व में अपने-अपने घरों में अखंड ज्योत जरूर चलाएं।
व्रत के रोज सात्विक भोजन करें क्रोध न करें, मां भगवती के मंत्र का जाप करें ताकि मां भगवती की कृपा हम सब पर बनी रहे।