मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और कमलेश ठाकुर ने बनाया इतिहास
एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में पहली बार पति-पत्नी की जोड़ी एक साथ दिखेगी। प्रदेश विधानसभा में पहली बार कोई निर्दलीय विधायक नहीं होगा।मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू विधानसभा में सदन के नेता हैं और अब देहरा से उनकी धर्मपत्नी भी चुनाव जीत गई हैं। हिमाचल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब पती और पत्नी दोनों विधानसभा में एक साथ होंगे। इससे पहले हिमाचल विधानसभा में पिता-पुत्र की जोड़ी चर्चा में रह चुकी है। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह और उनके पुत्र विक्रमादित्य सिंह 2017 के चुनाव में जीत दर्ज कर एक साथ विधानसभा पहुंचे थे, लेकिन पति पत्नी की जोड़ी पहली बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा में दिखेगी। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह के समय प्रतिभा सिंह ने लोकसभा का चुनाव लड़ा था, लेकिन वह विधानसभा में एक साथ नहीं रहे।
राजनीति में अकसर कई तरह के संयोग बनते हैं। भले ही भाजपा कांग्रेस नेताओं पर परिवारवाद के आरोप लगाती हो, लेकिन जनता ने अपना जनादेश सुनाकर इतिहास बना दिया है। प्रदेश विधानसभा में पती व पत्नी एक साथ दिखेंगे। उपचुनाव में मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश ठाकुर को 9399 मतों की लीड़ दिलाकर क्षेत्र की जनता ने बड़ा शगुन दिया है। उपचुनाव की मतगणना में कमलेश ठाकुर को सर्वाधिक 32737 वोट मिले हैं, जबकि भाजपा प्रत्याशी होशियार सिंह को 23338 मतों से संतोष करना पड़ा है। मतगणना में पहले तीन राउंड में पीछे चल रही कमलेश ठाकुर ने बाद में बड़ी बढ़त बना कर होशियार सिंह को बुरी तरह से पछाड़ दिया।
विधानसभा में अब तीन महिलाएं
विधानसभा के आम चुनावों में रीना कश्यप के रूप में मात्र के ही महिला विधायक चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंची थी। लेकिन उसके बाद हुए दो उपचुनावों में दो महिलाएं चुनाव जीत कर विधानसभा की दहलीज पार कर रही हैं। पहले लाहुल-स्पीति से और अब देहरा से कमलेश ठाकुर विधानसभा पहुंच रही हैं।