एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के राज्य प्रवक्ता एवं पूर्व कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष ठाकुर सुरिंदर सिंह मनकोटिया ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू का आज कर्मचारियों तथा पेंशनरों को 4% महंगाई भते की किस्त देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। 4 प्रतिशत महँगाई भते की किस्त जारी करने से प्रदेश के 1.80 कर्मचारी और 1.70 पेंशनर लाभान्वित होंगे।
ये पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने दिवाली के अवसर पर, इतिहास में पहली बार कर्मचारियों और पेंशनरों को पहली की वजाय 28 अक्तूबर को वेतन व पेंशन की अदायगी करने की ठानी है। इस सौगात को कर्मचारी, अधिकारी, पेंशनर कभी भूलेंगे नहीं।
इसी के साथ चिकित्सा प्रतिपूर्ति के लिए 10 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान करके सभी लम्बित चिकित्सा प्रतिपूर्ति बिलों के निपटान के आदेश जो मुख्यमंत्री जी ने दिए हैं, उससे वर्तमान कर्मचारियों व सेवानिवृत कर्मचारियों को एक बहुत बड़ी राहत मिलेगी।
75 वर्ष या इससे अधिक आयु के पेंशनरों का पूरा बकाया एरियर देने के आदेश से, तथा चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को 20 हजार रुपये वेतन एरियर देने के आदेश जो सरकार ने दिए हैं उससे पता चलता है कि सरकार कर्मचारी व सेवानिवृत कर्मचारी हितेषी सरकार है। और ये उनके मुँह पर तमाचा है जो कर्मचारियों के ड्यूज न देने का डिंडोरा पीट रहे थे।
इतना ही नहीं बल्कि इससे भी आगे बढ़कर मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुखु ने एक और इतिहासिक फैसला लेते हुए बोर्डो व निगमों के 1 लाख कर्मचारियों व सेवानिवृत कर्मचारियों को भी मालामाल कर दिया।
उनके आदेशानुसार बोर्डो व निगमों के कर्मचारियों व पेंशनरों को भी पहली नवंबर की वजाय दीपावली से पूर्व , 28 अक्टूबर को वेतन व पेंशन मिलेगी।
पिछली सरकार से देय हिमाचल पथ परिवहन निगम के कर्मचारियों व पेंशनरों का ओवरटाइम, जो 55 माह से देय था और जो करीब 90 करोड़ बनता है, उसे दिसम्बर तक देकर चुकता कर दिया जायगा।
और तो और सरकार ने निगम के कर्मचारियों व पेंशनरों के मेडिकल बिलों की आपूर्ति के लिए 9 करोड़ देगी जिससे 2 महीने में लंबित बिल चुकता कर दिए जाएंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर अपने कार्यकाल में वेतन आयोग के न एरियर दे पाए न मेडिकल बिलों की अदायगी कर पाए, न ओवरटाइम की पेमेंट की, न कोई 5 साल भता बढ़ाया और न दिवाली से पहले कभी वेतन व पेंशन दी।
अनुराग ठाकुर, जयराम ठाकुर, बिक्रम ठाकुर ये वो तीन ठाकुर हैं जो पहले दिल्ली की केंद्र सरकार के पास जाकर हिमाचल के ड्यूज यानी हक के पैसे, हिमाचल के शेयर के पैसे रुकबाते हैं और फिर दूसरे राज्यों में जाकर, हिमाचल प्रदेश और यहाँ के भोले-भाले लोगों को बदनाम करते हैं।
क्या ये तीन ठाकुरों की तिकड़ी ये भूल गई कि एक लाख 35 हजार कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम जिस पेन से मुख्यमंत्री ने दी है उसकी अभी सिहाई भी नहीं सूखी।
बदनाम करने की वजाय ये तिकड़ी ये बताये कि इतनी बड़ी आपदा आने पर इन्होंने केंद्र से क्या दिलाया? स्टेट शेयर और जीऐसटी का पैसा तो हर माह, हर स्टेट को आता है ये तो केंद्र तथा राज्यों का रूटीन का मैटर है।
हम मुख्यमंत्री और समस्त कैबिनेट का आभार व्यक्त करते हैं कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद, उन्होंने कर्मचारियों व पेंशनरों को दिवाली से पहले 1 तारीख की वजाय 28 को वेतन, पेंशन, डी ए देने का साहस जुटाया।
जो कभी न हुआ, वो अब हो रहा है,
अब तू बता ए विरोधी कहाँ सो रहा है।