एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश में आगामी दिनों में मौसम के मिजाज में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग ने 13 जनवरी तक खराब मौसम का पूर्वानुमान जताया है। विशेष रूप से शनिवार और रविवार को भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना व्यक्त की गई है, जिसके मद्देनजर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
इस अवधि में ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में तेज बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने शीतलहर और घने कोहरे का प्रभाव भी बने रहने की चेतावनी दी है, जो यात्रियों और स्थानीय निवासियों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।
मौसम का प्रभाव और यलो अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में खराब मौसम का असर देखने को मिलेगा। शिमला, कुल्लू, चंबा, लाहुल-स्पीति और किन्नौर जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी होने की संभावना है।
मैदानी इलाकों में बारिश के साथ-साथ शीतलहर और कोहरे का प्रकोप रहेगा। घना कोहरा यातायात को बाधित कर सकता है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं और यात्रियों के फंसने की आशंका है।
इसे देखते हुए, प्रशासन ने बिजली, जल शक्ति, और लोक निर्माण विभाग को सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।
पर्यटकों के लिए चेतावनी
बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए पड़ोसी राज्यों से बड़ी संख्या में पर्यटक हिमाचल आते हैं। हालांकि, इस बार मौसम विभाग ने पर्यटकों को सलाह दी है कि वे ऊंचाई वाले इलाकों, जैसे लाहुल-स्पीति, किन्नौर, और रोहतांग की यात्रा करने से बचें। बर्फबारी के कारण सड़कों के बाधित होने और यातायात में दिक्कतों की संभावना है।
विशेष रूप से वीकेंड पर पर्यटकों की भीड़ बढ़ने की संभावना है, इसलिए उन्हें सतर्क रहने और मौसम अपडेट के आधार पर ही यात्रा की योजना बनाने की सलाह दी गई है।
तापमान में गिरावट
प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। कुकुमसेरी और ताबो में -11.3°C तापमान दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे कम है। इसके अलावा, कल्पा में -3.4°C, मनाली में -0.9°C, और शिमला में 6.0°C तापमान रहा।
मैदानी क्षेत्रों में भी तापमान सामान्य से कम हो गया है। ऊना और भुंतर में न्यूनतम तापमान -0.5°C रहा, जबकि मंडी, हमीरपुर, और बिलासपुर में यह क्रमशः 2.1°C, 2.2°C, और 4.4°C दर्ज किया गया।
आगे की स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार, खराब मौसम का यह दौर 13 जनवरी तक जारी रह सकता है। शुक्रवार रात से मौसम में बदलाव के संकेत मिलेंगे और शनिवार व रविवार को यह अपने चरम पर होगा। इसके बाद 13 जनवरी से मौसम के साफ होने की उम्मीद है।
निष्कर्ष
हिमाचल प्रदेश में मौसम का यह बदलाव जीवन और पर्यावरण दोनों पर प्रभाव डाल सकता है। प्रशासन और स्थानीय नागरिकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
पर्यटकों को भी पूरी सावधानी बरतने और सुरक्षित यात्रा के लिए सभी दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है। बर्फबारी और बारिश का आनंद लेना महत्वपूर्ण है, लेकिन सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए।