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हिमाचल विधान सभा पहुँचे हरियाणा के स्पीकर हरविन्द्र कल्याण, पठानिया ने किया स्वागत, सदन की कार्यवाही देखी

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एप्पल न्यूज, शिमला

आज हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण धर्मपत्नि सहित हिमाचल प्रदेश विधान सभा सचिवालय पहुँचे। गौरतलब है कि हरविन्द्र कल्याण पिछले कल से हिमाचल राज्य के प्रवास पर हैं तथा राज्य सरकार द्वारा उन्हें राज्य अतिथि घोषित किया गया है।

विधान सभा सचिवालय पहुँचने पर हिमाचल प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष ने उनकी अगवानी की तथा गुलदस्ता भेंट कर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

कुलदीप पठानियां ने अपने कार्यालय कक्ष में हरविन्द्र कल्याण को शॉल, टोपी पहनाकर  व समृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया तथा उनकी धर्मपत्नि को भी शॉल भेंट कर सम्मानित किया । हरविन्द्र कल्याण ने राज्यपाल हि0प्र0 तथा विधान सभा अध्यक्ष के साथ शिष्टाचार भेंट करने का कार्यक्रम रखा था।

हरविन्द्र कल्याण के साथ उनकी धर्मपत्नि भी शिमला प्रवास पर है। इस अवसर पर संसदीय कार्य मंत्री हर्ष वर्धन चौहान व नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर भी मौजूद थे।

                  इस अवसर पर हरविन्द्र कल्याण को कुलदीप सिंह पठानियां ने कौंसिल चैम्बर के इतिहास की जानकारी दी। सदन की कार्यवाही आरम्भ होने से पूर्व पठानियां ने उन्हे अवगत करवाते हुए कहा कि कौंसिल चैम्बर एक ऐतिहासिक इमारत है जिसका निर्माण वर्ष 1920 से 1925 के बीच ₹10 लाख की लागत से हुआ था।

यह इमारत देश की पहली राष्ट्रीय असैम्बली बनी तथा विठ्ठल भाई पटेल  ने अंग्रेज प्रतिद्वन्‍द्वी को 2 मतो से हराकर राष्ट्रीय असैम्बली का पहला चेयरमैन बनने का गौरव हासिल किया।

महिलाओं को मताधिकार का अधिकार तथा अंग्रेजो भारत छोड़ो का प्रस्ताव यहीं से पारित हुआ था।

कौंसिल चैम्बर को पँजाब विधान सभा होने का भी गौरव प्राप्त हुआ था। 1952 से 1957 तथा पुन: 1 जुलाई, 1963 से हिमाचल प्रदेश विधान सभा का यह प्रमुख भवन है।

               पठानियां ने बैठक के दौरान कहा कि सदन में अध्यक्ष का आसन बर्मीज टीक से बनी कुर्सी वर्ष 1925 में बर्मा सरकार द्वारा तत्कालीन बर्तानिया सरकार को उपहार स्वरूप भेंट की गई थी जो आज भी ज्यों की त्यों है।

पठानियां ने कहा कि इस विधान सभा को देश की पहली पेपर लैस विधान सभा होने का गौरव प्राप्त हुआ है जब 4 अगस्त, 2014 को हिमाचल ई-विधान प्रणाली लागू की गई थी।

अब हमने भी डिजिटल इंडिया अभियान के तहत हिमाचल ई-विधान प्रणाली छोड़कर राष्ट्रीय ई-विधान (नेवा) को अपना लिया है जिसका कार्य प्रगति पर है।

इसके अतिरिक्त पठानियां ने हरविन्द्र कल्याण से हिमाचल प्रदेश विधान सभा की कार्यप्रणाली, समिति प्रणाली, सत्र संचालन तथा आन्तरिक क्रिया – क्लापों की भी जानकारी सांझा की।

               हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ने कुलदीप पठानियां का अतिथि सत्कार करने के लिए आभार प्रकट किया तथा उन्हे हरियाणा विधान सभा आने का निमन्त्रण दिया।

हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि पठानियां को जिस तरह का संसदीय प्रणाली तथा विधायी ज्ञान है वह प्रशंसनीय है जिस वजह से वह इनसे प्रभावित हुए हैं और उनका दिल से सम्मान  करते हैं।

हरविन्द्र कल्याण ने कुलदीप पठानियां  को हरियाणा विधान सभा की कार्यप्रणाली तथा क्रिया-क्लापों की जानकारी दी तथा विधायी कार्य तथा प्रजातांत्रिक प्रणाली पर चर्चा की।

                मुलाकात के बाद हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ने विशिष्ट अतिथि दीर्घा से जहाँ उनके लिए विशेष आसन की व्यवस्था की गई थी सदन की कार्यवाही को देखा तथा विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने अपने आसन से विशेष उल्लेख करते हुए सदन में मौजूद सभी माननीय सदस्यों से उनका परिचय करवाया।

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