एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल सरकार ने आज विमल नेगी मौत मामले में अनुशासनहीनता बरतने के आरोप में बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई की है।
प्रशासनिक reshuffle (फेरबदल) को हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार द्वारा अनुशासनहीनता के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है।
यह फेरबदल न केवल अनुशासन बहाली की ओर संकेत करता है, बल्कि सुक्खू सरकार के प्रशासनिक रुख को भी स्पष्ट करता है — कि लापरवाही या अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं:
- एसीएस ओंकार शर्मा से सभी विभाग वापस लिए गए
- यह कदम संभवतः अनुशासनहीनता या सरकारी कार्यप्रणाली में असहमति के चलते उठाया गया है।
- डीजीपी और एसपी शिमला को हटाया गया
- यह दर्शाता है कि कानून-व्यवस्था या अनुशासन को लेकर सरकार गंभीर है।
- आईपीएस अशोक तिवारी बने नए डीजीपी
- उन्हें प्रदेश की पुलिस व्यवस्था की कमान सौंपी गई है। तिवारी की छवि एक सख्त और दक्ष अधिकारी की रही है।
- आईपीएस गौरव सिंह बने शिमला के नए एसपी
- शिमला जैसे संवेदनशील जिले में उनका तैनात होना, सरकार के विश्वास को दर्शाता है।
- एससीएस केके पंत को मिली बड़ी जिम्मेदारी
- केके पंत का कद बढ़ाया गया है और उन्हें एसीएस (गृह, राजस्व आदि) जैसे महत्वपूर्ण विभाग दिए गए हैं। यह सरकार की उन पर मजबूत भरोसे को दर्शाता है।


