एप्पल न्यूज, भरमौर (चंबा)
भरमौर उपमंडल की कुगती की ऊँची धार में रविवार को हुए भूस्खलन से भारी नुकसान होने की खबर है।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार मल्कौटा गांव के निवासी रतन चंद की लगभग 200 भेड़-बकरियां मलबे में दब गई हैं। इनमें कई के मरने और घायल होने की आशंका जताई जा रही है।
ग्रामीणों के अनुसार, रतन चंद का परिवार लंबे समय से पशुपालन कर जीविका चलाता है। भूस्खलन के समय उनका पशुधन ऊँची धार पर चर रहा था।
अचानक हुए भारी भू-स्खलन की चपेट में आने से भेड़-बकरियां बच नहीं सकीं। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना तुरंत प्रशासन को दी।

प्रशासन ने राहत और बचाव दल मौके पर भेज दिए हैं। हालांकि ऊँचाई वाले दुर्गम क्षेत्र में पहुँचने में दल को दिक्कतें आ रही हैं।
अभी तक प्रशासन की ओर से आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन मौके पर जुटी टीमें हालात का जायजा ले रही हैं।
इस घटना ने प्रभावित परिवार को गहरा आर्थिक झटका दिया है। भेड़-बकरियां यहां के ग्रामीणों की आजीविका का अहम साधन हैं।
एक ही बार में इतनी बड़ी संख्या में पशुधन का नुकसान होना पूरे परिवार की रोज़ी-रोटी पर सीधा असर डालेगा।
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार को तुरंत नुकसान का आंकलन कर पीड़ित परिवार को मुआवज़ा देना चाहिए।
घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के गांवों के लोग मौके पर पहुँच गए। सभी ने इस आपदा पर गहरा दुख व्यक्त किया और प्रभावित परिवार को ढांढस बंधाया।
क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने भी शोक संवेदना प्रकट की और आश्वासन दिया कि प्रशासन से उचित सहायता दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
लोगों ने ईश्वर से प्रार्थना की है कि प्रभावित परिवार इस दुःख की घड़ी में धैर्य बनाए रखे और जल्द ही सामान्य जीवन की ओर लौट सके।









