सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पर मंडी पुलिस का बयान, वाहन चालक के खिलाफ की कार्रवाई
एप्पल न्यूज, मंडी
सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो को लेकर मंडी पुलिस ने आधिकारिक बयान जारी किया है। यह वीडियो पुलिस पोस्ट पंगाणा के इंचार्ज और एक व्यक्ति के बीच बहस का है।
इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई अम्ल में लाई। नतीजा न तुम जीते न हम हारे। जो पुलिस वाले ने कहा वो उसने कर दिखाया। गाड़ी जब्त हो गई विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज हो गया, कोर्ट के कई साल चक्कर लगाने पड़ेंगे और करीब 22500 हजार का चालान भी हो गया।
अब सॉफ्टवेयर इंजीनियर भी खुश होगा। जिरह अच्छी की कई तर्क दिए, फेसबुक और व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी से बटोरे ज्ञान का पूरा इस्तेमाल किया और पुलिस जवान को लाईन हाज़िर करवा दिया।
अब दोनों खुश होंगे दोनों ने कार्रवाई कर दी। लेकिन जनता में एक अच्छा मैसेज गया कि नियमों का ज्ञान और नियमों का पालन करना जरूरी है अन्यथा बेवजह लंबे फंसोगे।

पुलिस के अनुसार वीडियो बनाने वाला व्यक्ति उस वाहन में यात्रा कर रहा था जिसमें एक नाबालिग लड़की, चार बच्चे और एक महिला सवार थी। सार्वजनिक सुरक्षा को देखते हुए मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने वाहन की जांच की।
पुलिस ने बताया कि वाहन चालक के पास आवश्यक दस्तावेज़ उपलब्ध नहीं थे, जिसके चलते मोटर वाहन अधिनियम की धाराओं 179, 180, 181, 184 और 192 के तहत चालान किया गया। साथ ही वैध दस्तावेज़ न होने पर धारा 207 के अंतर्गत वाहन को जब्त कर लिया गया।

वीडियो में दिखाई गई बहस को लेकर पुलिस ने स्पष्ट किया कि कानून के तहत कोई भी ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी वाहन रोककर दस्तावेज़ मांगने का पूर्ण अधिकार रखता है।
पंगाणा पोस्ट के इंचार्ज सब-इंस्पेक्टर कानूनी रूप से चालान और वाहन जब्ती करने के लिए अधिकृत हैं।

इसके अलावा संबंधित व्यक्ति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 221 और 224 के अंतर्गत भी कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस ने यह भी कहा कि वीडियो में एक अधिकारी द्वारा कठोर भाषा प्रयोग करने की शिकायत पर विभागीय स्तर पर कार्रवाई जारी है।
मंडी पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे कानून का पालन करें और अनुचित या अभद्र भाषा के प्रयोग से बचें।






