एप्पल न्यूज, शिमला
हिमाचल प्रदेश इस समय भीषण प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है। पिछले कुछ सप्ताहों में लगातार भारी वर्षा और बादल फटने की घटनाओं ने प्रदेश के कई हिस्सों में तबाही मचाई है।
विशेषकर चम्बा, कुल्लू और मंडी जिलों में बादल फटने से जन-धन की अपार क्षति हुई है। कई गाँवों का सम्पर्क कट चुका है, पुल बह गए हैं और सड़कें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं। ऐसे हालात में सामान्य जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है।
इन परिस्थितियों में हिमाचल प्रशासनिक सेवा (HPAS) मुख्य परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के सामने गंभीर संकट खड़ा हो गया है। जिन अभ्यर्थियों के परीक्षा केंद्र शिमला या अन्य दूरस्थ स्थानों पर हैं, उनके लिए पहुँचना लगभग असंभव हो गया है।

अनेक परीक्षार्थियों के परिवार स्वयं आपदा की चपेट में हैं—घर ढह गए हैं, फसलें नष्ट हो गई हैं और लोग राहत शिविरों में शरण लेने को विवश हैं।
अभ्यर्थियों का कहना है कि इतनी विकट परिस्थितियों में परीक्षा का आयोजन न्यायसंगत नहीं है। जब राज्य सरकार और प्रशासन राहत एवं पुनर्वास कार्यों में पूरी तरह व्यस्त हैं, तब अभ्यर्थियों से अपेक्षा करना कि वे मानसिक संतुलन और तैयारी के साथ परीक्षा दें, वास्तविकता से परे है।
इसलिए HPAS के अभ्यर्थी राज्य सरकार और लोक सेवा आयोग से विनम्र निवेदन करते हैं कि आपदा की गंभीरता और प्रभावित जिलों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए मुख्य परीक्षा को कुछ समय के लिए स्थगित किया जाए।
यह निर्णय न केवल अभ्यर्थियों को समान और निष्पक्ष अवसर देगा, बल्कि यह मानवीय संवेदनशीलता का भी प्रतीक होगा।
आज जब पूरा हिमाचल आपदा से लड़ रहा है, तब यही उचित होगा कि परीक्षा स्थगित कर अभ्यर्थियों को राहत की सांस दी जाए।






