एप्पल न्यूज़, रामपुर बुशहर
रामपुर बुशहर के सर्वहितकारी व्यापार मंडल ने उपमंडलाधिकारी (SDM) रामपुर को ज्ञापन सौंपकर लवी मेला मैदान से 30 नवंबर तक सभी अस्थायी दुकानों को हटाने की मांग की है।
व्यापार मंडल का कहना है कि आधिकारिक रूप से लवी मेला 11 से 14 नवंबर तक ही निर्धारित है, लेकिन पिछले कई वर्षों से मेला समाप्त होने के बाद भी दुकानें नवंबर के अंत तक मैदान में डटी रहती हैं, जिससे स्थानीय बाजार को भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
व्यापार मंडल ने आरोप लगाया कि मेला मैदान में भीड़ न पहुंचने का कारण ‘प्लाट माफिया’ और नगर परिषद तथा प्रशासन की कमियां हैं।

उनका कहना है कि शहर के स्थायी व्यापारी सालभर टैक्स, किराया व अन्य शुल्क भरते हैं, लेकिन मेले की अस्थायी दुकानें उनकी पूरी सीजनल कमाई को प्रभावित कर देती हैं।
व्यापारियों के अनुसार लगातार तीन वर्षों से प्रशासन और मेला समिति अपनी नीतियों के कारण स्थानीय व्यापारियों को नुकसान पहुंचा रही है।
ज्ञापन में यह भी कहा गया कि पिछले साल मेले के समापन के बाद करीब 15–20 दिन तक बाजार में व्यापार ठप रहा, जिससे कई दुकानदारों को भारी घाटा सहना पड़ा।
व्यापार मंडल ने सवाल उठाया कि क्या प्रशासन उन व्यापारियों के परिवारों की जिम्मेदारी लेगा, जिनका स्टॉक गोदामों में पड़ा रह जाता है और जिसकी भरपाई कोई नहीं करता।
व्यापार मंडल का दावा है कि इस वर्ष प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि 30 नवंबर तक मेला मैदान पूरी तरह खाली करा दिया जाएगा, लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए ऐसा नहीं लगता।
उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि निर्धारित समय तक अस्थायी दुकानें नहीं हटाई गईं, तो व्यापारी बड़ा आंदोलन करने को मजबूर होंगे और किसी भी संभावित परिणाम के लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा।
व्यापार मंडल ने प्रशासन से आग्रह किया है कि मेला नीति में पारदर्शिता लाई जाए और स्थानीय व्यापारियों के हितों की अवहेलना बंद की जाए, ताकि शहर की अर्थव्यवस्था और बाजार व्यवस्था प्रभावित न हो।






