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15-20 साल से काम कर रहे NHM कर्मचारियों को नियमित वेतनमान न दिया तो आंदोलन को मजबूर होंगे कर्मचारी

नेशनल हैल्थ मिशन कर्मचारियों की अनदेखी से प्रदेश भर के कर्मचारी खफा

एप्पल न्यूज़, शिमला
नेशनल हैल्थ मिशन कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष अरविन्द शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग में नेशनल हैल्थ मिशन में लगभग 1500 कर्मचारी पिछले 15 से 20 वर्षों से अनुबंध पर कार्यरत है, लेकिन आज तक किसी भी सरकार ने इन कर्मचारियों के लिए कोई स्थाई नीति नहीं बनाई है।
अरविन्द शर्मा ने बताया कि नेशनल हैल्थ मिशन के कर्मचारी बहुत कम वेतन पर कार्य करने को मजबूर हैं।

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वर्ष 2016 में एनएचएम कर्मचारियों के लिए एक नोटिफिकेशन सरकार द्वारा जारी की गई थी जिसमे इन कर्मचारियों को नियमित वेतनमान प्रदान करने की बात कही गई थी, लेकिन यहां तक यह नोटिफिकेशन एनएचएम कर्मचारियों के लिए लागू नहीं की गई।
यहां यह बताना भी आवश्यक है कि इसी नोटिफिकशन को आधार मान कर रोगी कल्याण समिति आईजीएमसी शिमला, मेडिकल कॉलेज नाहन, और मेडिकल कालेज टांडा के कर्मचारियों को नियमित वेतनमान प्रदान कर दिया गया है। लेकिन एनएचएम कर्मचारियों को इससे वंचित रखा गया। उनके लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन कर दिया गया,उस कमेटी ने भी अपनी रिपोर्ट सरकार को दे दी है ,इसके बाद भी एनएचएम कर्मचारियों को नियमित वेतनमान प्रदान नहीं किया गया।

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एनएचएम की भांति ही केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित सर्वशिक्षा अभियान और मनरेगा के कर्मचारियों को क्रमशः वर्ष 2010 और 2018 से नियमित वेतनमान सभी भत्तों जिसमे महंगाई भत्ता और अंतरिम राहत भी शामिल है के साथ प्रदान किया का रहा है। लेकिन एनएचएम कर्मचारियों के साथ ही भेदभाव किया जा रहा है।
हाल ही में प्रदेश सरकार ने ग्राम रोजगार सेवकों को भी नियमित वेतनमान प्रदान कर दिया गया है।
लेकिन एनएचएम कर्मचारियों को किसी प्रकार का कोई वितिय लाभ प्रदान नहीं किया का रहा।
अरविन्द शर्मा ने बताया कि करोना महामारी के इस दौर में नेशनल हैल्थ मिशन कर्मचारियों द्वारा दिन रात सेवाएं दी जा रही है।
कुछ कर्मचारी तो करोना पॉजिटिव भी हो चुके हैं लेकिन सरकार एनएचएम कर्मचारियों की कोई सुध नहीं ले रही ।
कर्मचारी संघ अनेकों बार मुख्मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर अपनी नियमित वेतनमान की मांग रखते आ रहा है लेकिन हर बार आश्वाशन ही मिलते है।
अब एनएचएम कर्मचारियों में भारी रोष है।
15से20 सालों की नौकरी के बाद भी सरकार द्वारा कोई नीति न बनाए जाने पर एनएचएम कर्मचारी ठोस कदम उठाने को मजबूर हो जाएंगे।
कर्मचारी संघ के सदस्यों अमीचंद, नीरज, नवदीप, लायक राम, ज्योत्स्ना, अंजू, विजय, केवल , विनोद, मंजीता, नागेन्द्र, मयंक, आदि ने संयुक्त बयान जारी करके सरकार को आगाह भी किया है कि यदि शीघ्र ही एनएचएम कर्मचारियों को नियमित वेतनमान प्रदान करने की घोषणा नहीं की गई तो एनएचएम कर्मचारी आंदोलन का रास्ता अख्तियार करने को मजबूर हो जाएंगे।

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