एप्पल न्यूज़, शिमला
कोरोना वैश्विक महामारी के वर्तमान दौर में जहां अनलॉक के विभिन्न चरणों की प्रक्रिया समूचे देश व प्रदेश में जारी की जा रही है , वहीं प्राय: देखने में आ रहा है कि बहुतायत में लोग कोविड -19 के प्रति अपनी सतर्कता को नकारते हुए इसे हलके में ले रहें हैं , जिसके परिणाम स्वरूप कोरोना पॉजिटिव मामलों में निरंतर इज़ाफा हो रहा है।
विगत दिनों में पाया गया है कि कुछ मामलों में कोरोना के लक्षण होते हुए भी मरीज़ को अंतिम चरण में विकट स्थिति में उपचार के लिए अस्पताल लाया गया , जहाँ उसके संभावित खतरे को रोका जाना असम्भव हुया और वे मौत का ग्रास बन गए।
यह जानकारी देते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आर. डी. धीमान ने बताया कि कोरोना के लक्षण जैसे खांसी, बुखार , जुकाम , बदन दर्द , सांस लेने में समस्या ,स्वाद और गंध का महसूस न कर पाना या बदलना इसे हलके में न लें। यह घातक हो सकता है।
इन दिनों अधिकांश लोग प्राय: घर पर स्वयं ही उपचार के लिए विभिन्न उपायों या दवा का सेवन कर रहें हैं जोकि बिलकुल ग़लत है। बिना डॉक्टरी परामर्श के दवा का सेवन न करें , किसी भी प्रकार के कोरोना के लक्षण होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में सम्पर्क कर अपने कोरोना के प्रति जांच को अवश्य सुनिश्चित करें।
उन्होंने जनसाधारण से आह्वान किया कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए अपने हाथों को सैनिटाइजर (sanitizer) या फिर साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं , जब आप बाहर से घर वापस आए तो सबसे पहले अपने हाथ धोएं। अगर आप बाहर है तो सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें ।
सामान्यतः मास्क या फेस कवर से मुंह ढकें । खांसी या जुकाम वाले व्यक्ति से बातें करते या मिलते समय उससे करीब दो गज की दूरी बनाकर रखें । आप किसी जगह को छूते है तो हो सकता है कि उसमें वह वायरस हो, इसलिए नाक, आंख और मुंह को न छुएं ।
अस्पताल में भी ऐसे वार्ड्स की तरफ न जाएं जहां कोरोना वायरस के मरीज हों, बुखार, खांसी , जुकाम हो या फिर सांस लेने में समस्या या अन्य लक्षण हो तो तुरंत हेल्पलाइन नम्बर -104 से सपंर्क करें अथवा esanjeevani ओ.पी.डी. सेवा का लाभ उठायें।