एप्पल न्यूज़, शिमला
हिन्दू नववर्ष यानि नव संवत्सर का शुभारंभ 13 अप्रैल, 2021 मंगलवार से होगा। क्या रहेगा इस वर्ष के संवत्सर का प्रभाव? बता रहे हैं अंक ज्योतिष के गणज्ञ पंडित शशिपाल डोगरा। उन्होंने बताया कि अंक ज्योतिष के हिसाब से गणना करें तो ऐसा लगता है कि प्रदेश व देश की राजनीति में अलग ही घटना घटने वाली है।
पंडित डोगरा ने बताया कि विश्वव्यापी बीमारी कोरोना भी रुकने का नाम नहीं लेगी। राहु के प्रभाव में रहेगा पूरा संवत। आने वाली 13 अप्रैल 1+3=4 राहु का अंक जो कोई बड़ा षड्यंत्र करेगा। राहु से शुरू होगा मध्य में भी राहु 4 अप्रैल और अंत में राहु पर समाप्ति 13 अप्रैल, 2021 को अगर जोड़ा जाए तो, 1+3+4+2+0+2+1=13 ही बनता है। 13 को जोड़ा जाए तो फिर से 1+3=4 राहु का अंक बनता है।
राहु कहीं सत्ता परिवर्तन तो कहीं नेतृत्व परिवर्तन का योग बना रहा हैं। जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की होगी। नवसंवत का राजा भी मंगल हैं और मंत्री भी मंगल जो दोनों ही अग्नि तत्व ग्रह हैं। अग्नि भय बहुत रहेगा। वर्ष भर सूखा पड़ने की सम्भावना है। वर्ष 2021 का जोड़ 2+0+2+1=5 अंक है, और 5 अंक वुध का कारक है।
राष्ट्रीय नेतृत्व अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करके प्रदेश की राजनीति में बड़ा फेर बदल करवा देगा। फिर चाहे भाजपा हो या कांग्रेस।
हिमाचल प्रदेश में 13 अप्रैल से शुरू होने वाले संवत मे कुछ ऐसे झटके शुरू होंगे कि नेताओं ने भी सोचा न होगा। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का 2 अंक है। जो चंद्र का कारक है। राहु की चपेट में आने से दूसरों की बात सुन कर निर्णय लेता है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का 4 अंक है। 4 अंक राहु का है, राहु षड्यंत्र का कारक है। कब जैसे वो अपनी वाणी का षड्यंत्र रचे और निर्णय को पलट दे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 8 अंक है। 8 शनि का अंक है। शनि जिद्दी बनाता है। ऐसा व्यक्ति अपनी जिद्द में आ जाए तो अपने सगे को भी नहीं देखता है।अपनी बात ही मनवाता है।
अंक गणना को देखें तो भाजपा रहेगी राहु के चपेट में। देश के कई प्रदेशों में चौथा वर्ष ही चल रहा है। चार अंक राहु का है। राहु परिवर्तन करवाता है।
हिमाचल प्रदेश की बात करें तो राज्य का अंक 8 है और 8 अंक शनि का है। अपना 50 वर्ष पूर्ण कर चुका है तो 51 वर्ष में प्रवेश है। 5+1=6 अंक बनता हैं 6 अंक, यह शुक्र का अंक हैं। ऐसा लगता है कि महिलाओं का वर्चस्व बढ़ा देगा। बाकि सर्वज्ञ तो ईश्वर है।