एप्पल न्यूज़, कुल्लू
शिक्षा व कला, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि पर्यटन सीजन आरंभ होने वाला है और शासन, प्रशासन जिला में सैलानियों की सुविधा में अभी से जुट गया है। उन्हांेने कहा कि कोविड-19 के प्रोटोकोल की अनुपालना करते हुए पर्यटन सीजन सुचारू रूप से चलेगा और सरकार हर प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। वह कुल्लू में जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ कोविड-19 की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर अधिक खतरनाक है और इसका तेजी से प्रसार हो रहा है। वायरस से बचाव के लिए सभी लोगों को सरकार के दिशा-निर्देशों का इमानदारी के साथ पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि जिला में आने वाले सैलानियों के लिए फुलप्रूफ योजना तैयार की जाएगी ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो।
जिला में आने वाले पर्यटकों को घबराने की जरूरत नहीं है। कोविड प्रोटोकोल के दृष्टिगत उनका पूरा ख्याल रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला में बाहरी क्षेत्रों से आने वाले पर्यटकों पर किसी प्रकार की रोक नहीं है। पर्यटक जिला की वादियों को निहारने के लिए अथवा छुट्टियां मनाने के लिए बेझिझक जिला में आ सकते हैं।
पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के साथ बैठकें करें एसडीएम
शिक्षा मंत्री ने जिला के समस्त एसडीएम को निर्देश दिए कि जल्द पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के साथ बैठकें करके उनके सुझाव प्राप्त करें ताकि पर्यटन सीजन किसी भी स्तर पर प्रभावित न हो। मंत्री ने कहा कि जिला के हजारों परिवारों की रोजी रोटी पर्यटन व्यवसाय पर आधारित है और वह चाहते हैं कि सीजन अच्छे से चले और स्थानीय लोगों की आर्थिकी बढ़े। उन्होंने कहा कि वह स्वयं जिला स्तर पर पर्यटन से जुड़े कारोबारियों के साथ बैठक करेंगे। उन्होंने जिला प्रशासन को कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच पर्यटक गतिविधियों को जारी रखने के लिए व्यापक योजना जल्द तैयार करने को कहा ताकि पर्यटन के कारण कोरोना का प्रसार न हो और सैलानी भी अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकें।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि पर्यटन सीजन के सुचारू संचालन में अधिक से अधिक लोगों की सहभागिता को सुनिश्चित किया जाएगा। कुल्लू-मनाली आने वाले प्रत्येक अतिथि की फिक्र करें लोग, ऐसा संदेश सैलानियों में जाना चाहिए। होटल के स्टाॅफ को कोरोना प्रोटोकोल के बारे में विशेष प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है। यदि कोई पर्यटक कोरोना पाॅजिटिव पाया जाता है तो होटल में एक-दो कमरों की विशेष व्यवस्था करने के लिए होटल कारोबारियों को तैयार किया जा रहा है।
टैक्सी व वाहन चालक सभी करवाएं कोरोना जांच
गेविंद ठाकुर ने कहा कि बाहरी क्षेत्रों से आने वाले सैलानियों में कोरोना के प्रति किसी प्रकार के भय का वातावरण न हो, इसके लिए जरूरी है कि सभी टैक्सी व वोल्वो आप्रेटर तथा होटल का स्टाफ कोरोना की जांच करवाने के लिए आगे आएं। ऐसा करने से उनके स्वंय के कारोबार के प्रति सैलानियों का विश्वास मजबूत होगा और जिला में सैलानियों की आमद संतोषजनक रहेगी। इसके अलावा जो लोग परोक्ष व अपरोक्ष तौर पर पर्यटन कारोबार से जुड़े हैं, वे सभी स्वेच्छा से कोरोना टैस्ट करवाएं। बैरियरों पर सैलानियों के लिए दिशा-निर्देश देने की व्यवस्था बनाने को भी मंत्री ने कहा।
सभी लोग करवाएं कोरोना जांच
शिक्षा मंत्री ने जिला के सभी लोगों से अपील की है कि वे स्वेच्छा से कोरोना की जांच के लिए आगे आएं ताकि वह स्वयं को भी सुरक्षित महसूस कर सकें और परिजनों को भी सुरक्षा का माहौल प्रदान करें। उन्होंने कहा कि समय पर कोरोना जांच करवाने से इसके प्रसार को रोका जा सकता है। देरी हो जाने पर वायरस एक व्यक्ति के कारण अनेक लोगों को अपनी चपेट में ले लेता है।
डीसीएचसी में 200 बिस्तरों का प्रावधान
गोविंद ठाकुर ने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में 100 बिस्तरों का जिला कोविड केयर सेंटर स्थापित किया गया है। मौजूदा समय में इसमें केवल 14 कोरोना के मरीज हैं। भविष्य में यदि आवश्यकता पड़ी तो 100 अतिरिक्त बिस्तरों की व्यवस्था का अस्पताल में प्रावधान है। उन्होंने कहा कि सभी बिस्तरों में आॅक्सीजन की उपलब्धता मुहैया करवाई गई है। आॅक्सीजन की अस्पताल में कोई कमी नहीं है। अस्पताल से केवल विशेष परिस्थितियों में ही मरीज को रैफर किया जाता है। उन्होंने कहा कि डीसीएचसी के लिए 10 नई स्टाफ नर्स की नियुक्ति की गई है। चार चिकित्सक हर समय सेंटर की निगरानी कर रहे हैं।
डीसी ने कोरोना की स्थिति व बचाव की रणनीति पर दी प्रस्तुति
उपायुक्त डाॅ. ऋचा वर्मा ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सहयोग से जिला में कोरोना की स्थिति तथा इस संकट से निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि जिला में वर्तमान में 109 एक्टिव मामले हैं। कुल 4645 लोग अभी तक पाॅजिटिव पाए गए हैं, 4441 स्वस्थ हो चुके हैं। कुल 88 लोगों की मौत हुई है। जिला में स्वस्थ होने की दर 95.6 प्रतिशत, पाॅजिटिविटी दर 6.93 फीसदी जबकि मृत्यु दर 1.89 प्रतिशत है।
प्रस्तुति में दर्शाया गया कि जिला में कुल 66,966 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। जिला के सभी पांचों चिकित्सा खण्डों में कोरोना जांच की जा रही है। इसके अलावा गांव-गांव जाकर भी सैंपल लिए जाएंगे, इसके लिए विशेष वाहनों की व्यवस्था की गई है। कुल्लू अस्पताल में आरटीपीसीआर नियमित तौर पर किया जा रहा है और अब मनाली अस्पताल में इसे पुन आरंभ कर दिया गया है। आशा तथा स्वास्थ्य कर्मियों को पूरी तरह से सक्रिय कर दिया गया है। वे होम आईसोलेशन में कोविड मरीजों की निगरानी कर रहे हैं। जिला में वरिष्ठ जनों को पल्स आॅक्सीमीटर प्रदान किए गए थे, जिन्हें अब वापिस लिया गया है और दोबारा से जरूरतमंदों को प्रदान किया जाएगा।
विलेज लेवल समितियां पुनः सक्रिय
डीसी ने जानकारी दी कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए ग्राम स्तर पर गठित समितियां एक बार फिर से सक्रिय कर दी गई हैं। ये समितियां होम आईसोलेशन में कोरोना मरीजों तथा कंटेनमंेट जोन के नियमों की निगरानी कर रही हैं। उपायुक्त ने कहा यदि कोरोना के मामले लगातार बढ़ते हैं तो बड़े कंटेनमेंट जोन बनाएं जाएंगे ताकि संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके।
42,147 लोगों को लग चुकी है वैक्सीन
डाॅ. सुशील चंद्र ने अवगत करवाया कि जिला में अभी तक कुल 42,147 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इनमें 4619 स्वास्थ्य कर्मी, 3101 फ्रंटलाईन वर्कर्ज, 21685 वरिष्ठ नागरिक जबकि 45 से 59 आयुवर्ग के 8584 लोग शामिल हैं। वैक्सीनेशन का कार्य जिला के पांचों चिकित्सा खण्डों के सभी अस्पतालों में किया जा रहा है। 45 साल आयु से अधिक के सभी लोगों से अपील की गई है कि वह अपने आप को वैक्सीन लगवाने के लिए पोर्टल पर पंजीकृत करें और मोबाईल पर संदेश के अनुसार स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर कोरोना की डोज प्राप्त करें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि वैक्सीन के प्रति लोगों में किसी प्रकार की भ्रांतियां नहीं होनी चाहिए। यह पूरी तरह से सुरक्षित है, लेकिन मास्क का उपयोग नहीं छोड़ना होगा।
अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी एस.के. पराशर, एसडीएम अमित गुलरिया व रमन घरसंगी, समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारियों सहित अन्य अधिकारी भी बैठक में उपस्थित रहे।