एप्पल न्यूज़, शिमला
पब्लिक रिलेशन्स सोसाइटी ऑफ इंडिया के शिमला चैप्टर ने आज राष्ट्रीय जन सम्पर्क दिवस- 2021 पर कोविड-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों और संकट की इस घड़ी में पीआर व्यवसायियों की भूमिका पर वर्चुअल माध्यम से विचार-विमर्श किया।
सदस्यों को संबोधित करते हुए शिमला चैप्टर के अध्यक्ष प्रदीप कंवर ने इस बात पर बल दिया कि जन सम्पर्क व्यवसायियों जन समर्थन के साथ पूर्ण प्रतिबद्धता से वर्तमान स्थिति से निपटने के प्रयास करने चाहिए। किसी भी भ्रम की स्थिति से बचने के लिए उन्होंने निचले स्तर तक तथ्यात्मक जानकारी को सार्वजनिक करने में मीडिया और विशेष रूप से जन संपर्क की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आम जनता को सूचित करते हुए जन संपर्क कर्मियों को बहुत सावधान रहना होगा क्योंकि सोशल मीडिया पर बहुत सारी अफवाहें भी फैलाई जा रही हैं।
पीआरएसआई के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य यादवेंद्र सिंह चैहान ने युवा पीआर व्यवसायियों को कोविड के बारे में जानकारी प्रदान के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। उनका कहना था कि पीआर व्यवसायी इस महामारी का मुकाबला करने में सरकार के प्रयासों में एक रचनात्मक भूमिका निभा सकते हैं।
पीआरएसआई की आजीवन सदस्य आरती गुप्ता और डा. रणजीत सिंह राणा ने सोशल मीडिया के लिए आईईसी सामग्री तैयार करने की आवश्यकता पर जोर दिया जिसे आम लोगों में भी प्रसारित किया जा सकता है ताकि अफवाहों के लिए कोई जगह बाकी नहीं रहे। आरती गुप्ता ने इस बात पर भी जोर दिया कि पीआरएसआई के सदस्यों को लोगों को शिक्षित करने और कोविड के खिलाफ एकजुट होने के लिए प्रेरित करने के लिए व्यावसायिक तरीके से काम करना चाहिए।
शिमला चैप्टर के पूर्व अध्यक्ष अशोक शर्मा भी इस बैठक से जुड़े और महामारी की इस स्थिति में जन संपर्क व्यवसायियों की भूमिका पर अपने विचार रखे।
महासचिव रणवीर वर्मा ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया और सभी पीआर व्यवसासियों से इस महमारी के खिलाफ गंभीरतापूर्वक अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन का आग्रह किया।
हितेंद्र शर्मा ने जूम मीटिंग के माध्यम से वर्चुअल मंच प्रदान किया।