एप्पल न्यूज़, रामपुर बुशहर
एक तरफ तो हिमाचल सरकार दिल्ली के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति कर वाहवाही लूटी रही है तो वहीं दूसरी ओर राजधानी से महज 133 किलोमीटर दूर ऑक्सीजन न मिलने से मरीज की जान चली गई। इस घटना ने प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है।
घटना हिमाचल प्रदेश में शिमला जिला के रामपुर बुशहर में स्थित दो सौ बिस्तर वाले महात्मा गांधी चिकित्सा सेवाएं परिसर खनेरी की है जहां ऑक्सीजन की कमी से सोमवार को एक मरीज की मौत हो गई। परिजनों ने आरोप लगाया कि वह बार-बार ऑक्सीजन की मांग करते रहे ,लेकिन ऑक्सीजन की कमी बताकर रात से आज सुबह 11 बजे तक ऑक्सीजन नहीं मिली, जिससे मरीज की मौत हो गई।
चिकित्सालय में मरीजों के तीमारदारों ने आरोप लगाया कि मरीजों की जाँच समय पर चिकित्सक नहीं कर रहे है जिस से मरीजों की हालत बिगड़ रही है। उन्होने बताया कि जब ऑक्सीजन पहुंचाई गई तो सिलेंडर के रेगुलेटर और आक्सीजन कंसन्टेटर केवल आक्सीजन वाले मरीजों को भी उपलब्ध नहीं हो पाई। चिकित्सक चिकित्सालय में दाखिल मरीजों को देखने समय पर नहीं पहुंच रहे है जिससे मरीजों की दशा बदहाल हो रही है।
रामपुर शोली गाँव के पूरन शर्मा ने बताया कि कल वे अपनी मां को
बीमार लाचार होने के कारण चिकित्सालय ले आए। शाम को इमरजेंसी में मरीज को एडमिट किया गया। शाम चिकित्सक एवं नर्सेज ने उनकी देखभाल ठीक की लेकिन रात ऑक्सीजन खत्म हो गया और वे बार-बार ऑक्सीजन के लिए भटकते रहे। सुबह भी लगातार ऑक्सीजन की मांग करते रहे ,लेकिन ऑक्सीजन की उपलब्धता नहीं हुई जिस कारण उनकी मां की सुबह 11 बजे मौत हो गई।
चिकित्सालय में भर्ती श्याम दासी ने बताया कि कई बार उन्हें सांस की दिक्कत हो रही है, जब वह ऑक्सीजन की मांग कर रहे हैं तो उन्हें यह बताया जाता कि रुक जाओ आपको थोड़ी देर बाद ऑक्सीजन मिल जाएगा। उन्होंने कहा सरकार क्या कर रही है ऐसी हालत में यहाँ भर्ती हो कर क्या करना। सरकार इस पर ध्यान दे।
यशवंत कुमार ने बताया अपनी मां को कुमारसैन से शिमला के बजाय
रामपुर कर आये कही ऑक्सीजन की कमी के कारण उनकी रास्ते में मौत ना हो लेकिन यहां आने के बाद चिकित्सक कोई सुध नहीं ले रहे हैं।
सेवाराम ने बताया कि उन को आक्सीजन लगा है लेकिन सिलेंडर में
रेगुलेटर खराब है कुछ भी पता नहीं चलता है। कितनी आक्सीजन सप्लाई हो रहा है। एक ही रेगुलेटर और आक्सीजन कंस्ट्रेटर को कई जगह घुमाया जा रहा है।
किसान नेता बिहारी सेवगी ने बताया कि आज महात्मा गांधी चिकित्सा
सेवा परिसर में एक मरीज की मौत हो गई। उन के मरने के कारणों का पता चला तो उन्हें समय पर ऑक्सीजन नहीं मिला। उन्होंने यह भी बताया कि ऑक्सीजनसप्लाई के लिए रेगुलेटर जो होते हैं उन की भी कमी है और दूसरा जो सॉकेट बिजली उपकरण लगाने के होते हैं सारे वायरिंग खराब है। जिससे काफी दिखते हो रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि 4 जिलों को स्वास्थ्य सेवाएं देने वाले चिकित्सालय की सरकार सुध ले।
महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिसर खनेरी के कोविड-19 प्रभारी
डॉ गुमान नेगी ने बताया कि वर्तमान में जितने भी मरीज है उसके हिसाब से ऑक्सीजन की उपलब्धता है। लेकिन जिस तरह आने वाले दिनों में ऑक्सीजन की कमी की संभावना उसके लिए तैयारियां की जा रही है।उन्होंने बताया कि कई बार बीच में तकनीकी समस्या आ सकती है लेकिन उसके लिए भी वैकल्पिक व्यवस्था उनके पास है।