एप्पल न्यूज़, शिमला
आज आपको बताते हैं इस्लाम के 5 फर्ज और नमाज अदा करना जरूरी क्यों है …
इस्लाम धर्म हिन्दुस्तान में दूसरा सबसे बड़ा धर्म है. इस्लाम में 5 फर्ज मानें जाते हैं जिन पर अमल करना हर मुसलमान के लिए जरूरी है . इसी तरह 5 वक्त की नमाज सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है . नमाज अल्लाह से माफ़ी मांगने और राज़ी करने का अहम जरिया है . मान्यता है की इस वक्त इंसान अल्लाह के सबसे करीब होता है .
जानते हैं इस्लाम के 5 फर्ज जो हर मुसलमान के लिए जरूरी है …
शहादत-
‘ला इलाहा इल्लल्लाह मुहम्मद दुर रसूल अल्लाह’ मतलब .. अल्लाह एक है, अल्लाह के सिवा कोई माबूद यानी दूसरा ख़ुदा नहीं है और पैगंबर मुहम्मद के रसूल हैं .
सलात यानि नमाज़-
हर मुसलमान को दिन में 5 वक्त की नमाज़ वाजिब है . तड़के फ़ज़्र, दोपहर की जुहर, सूरज ढलने से पहले अस्र, सूरज ढलने के बाद मगरीज़ और रात को ईशा की नमाज़ . इसके आलावा अलग अलग मौकों पर भी नमाज़ पढ़ी जाती है जिससे सबाब यानि पुण्य मिलता है .
जक़ात यानी दान –
हर मुसलमान अपनी कमाई का 2.5 फीसदी हिस्सा जरूरतमंदों पर खर्च करता है जिसे ज़कात कहते हैं . रमजान के पाक महीने में जक़ात देना जरूरी है .
रोज़ा यानि उपवास –
रमजान ईबादत का महीना है और इस महीने में रोज़ा रखना हर मुसलमान का फ़र्ज़ है . छूट केवल बीमार या यात्री को ही है . ये ऐसा मौका है जब मुसलमान अपने गुनाहों को माफ़ करवा सकता है. रोजे छूटने पर रमजान के बाद भी वह शेष रोजे रख सकता है .
हज यानि तीर्थयात्रा – मक्का मुसलमानों का शबे बड़ा तीर्थ है . हर मुसलमान की तमन्ना होती है की ज़िंदगी में एक बार हज करने जाए . मक्का सऊदी अरब में है . हज यात्रा जिलहिज के महीने में होती है जिसे बकरीद के नाम से जाना जाता है .