किसानों-बागवानों को राहत देने के लिए समय रहते उठाए जाए प्रभावी कदम
एप्पल न्यूज़, शिमला
प्रदेश सरकार किसानों और बागवानों को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है। जिला कांग्रेस कमेटी शिमला ग्रामीण के अध्यक्ष यशंवत छाजटा ने जारी बयान में यह आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार दावा कर रही है प्रदेश में बेमौसमी बर्फबारी और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आंकलन कर दिया जबकि किसानों और बागवानों को मुआवजा अभी तक नहीं मिला है। छाजटा ने कहा कि जब सरकार नुकसान का आंकलन कर चुकी है तो समय रहते मुआवजा भी प्रदान करे।
उन्होंने कहा कि सरकार की करनी और कथनी में अंतर है। एक तरफ सरकार किसानों और बागवानों की हितैषी होने का दावा करती है जबकि दूसरी तरफ से उनकी अनदेखी की जा रही है। छाजटा ने कहा कि जो सरकार कोरेाना संकट काल में भी आम जनता और किसानों व बागवानों को राहत नहीं दे पाई,उससे क्या उम्मीदें लगाई जा सकती है, इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।
छाजटा ने कहा कि मुआवजे का सही ढग़ से आंकलन होना चाहिए ताकि किसानों और बागवानों को उनकी फसलों के हुए नुकसान का उचित मुआवजा मिल सके।
सेब सीजन के लिए उठाए प्रभावी कदमछाजटा ने कहा कि सेब सीजन जल्द शुरु होने वाला है। ऐेसे में सरकार प्रभावी कदम उठाते हुए ग्रामीण सडक़ों को भी दुरस्त करे। इसके साथ ही पेटियों व अन्य सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि डीजल और पैट्रोल के दामों में कटौती की जाए। इसकी सीधे मार किसानों और बागवानों पर भी पड़ेगी तथा अपनी फसलों पर मंडियों तक पहुंचाने के लिए अधिक दाम चुकाने पड़ेगें।