एप्पल न्यूज़, शिमला
शिक्षा मन्त्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने शिमला से जारी एक प्रेस वक्तव्य में कांग्रेस शासित राज्यों में वैक्सीन को लेकर हो रही राजनीति, बर्बादी और अनियमितताओं पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि एक ओर देश का हर नागरिक वैश्विक महामारी से लड़ रहा है तथा जिम्मेदार सरकारें एवं नागरिक लोगों की मदद कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर गैर भाजपा शासित राज्य सरकारों द्वारा वैक्सीन पर राजनीति की जा रही है।
गोविन्द सिंह ठाकुर ने पंजाब, दिल्ली और पश्चिम बंगाल की सरकारों की नीतियों एवं एजेंडे की घोर निन्दा की है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में जिस प्रकार सरकारी वैक्सीन को निजी अस्पतालों में बेचा जा रहा है वह मानवता के लिए शर्मसार करने वाली घटना है। मीडिया रिर्पोट का हवाला देते हुए गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार द्वारा 35 करोड़ रूपये की वैक्सीन निजी अस्पतालों में बेच दी गई और उन अस्पतालों ने इन्हें 1560 रुपये से लेकर 3200 रुपये में बेचा है, जबकि केन्द्र सरकार द्वारा राज्यों को यह आपूर्ति निशुल्क की जा रही है, जिसके लिए देश के माननीय प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा एक मुश्त 35 हजार करोड़ रूपये का बजट प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार का यह कदम संवेदनहीनता एवं गैरजिम्मेदारी का प्रमाण है।
गोविन्द सिंह ठाकुर ने पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार की दोहरी नीतियों की आलोचना की है। वह कुछ सप्ताह तक वैक्सीन पर हर प्रकार की राजनीति करते हुए वैक्सीन सर्टिफिकेट में प्रधानमन्त्री मोदी जी की तस्वीर का विरोध यह कह कर रही थी कि इसमें किसी राजनितिक नेता की तस्वीर लगाना वैक्सीनेशन का राजनीतिकरण है जबकि दो दिन पूर्व वहां की सरकार द्वारा प्रधानमन्त्री मोदी जी की फोटो हटाकर ममता बनर्जी का फोटो युक्त प्रमाण पत्र जारी करना शुरू किया है जो उनकी विभाजक सोच को प्रदर्शित करती है।
गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि पश्चिम बंगाल की सरकार को लोगों के स्वास्थ्य एवं जीवन की कोई परवाह नहीं है वो केवल निचले दर्जे की राजनीति कर रही है जिसका उदाहरण प्रधानमन्त्री द्वारा बाढ़ के प्रभाव आंकलन की बैठक में वहां की सरकार का अनुपस्थित रहना था।
दिल्ली में केजरीवाल द्वारा घर-घर शराब पहुँचाने के निर्णय पर भी गोविन्द सिंह ठाकुर ने तंज कसा कि स्वास्थ्य सुरक्षा जैसे निर्णय लेने में असमर्थ दिल्ली की सरकार का घर-घर शराब पहुँचाना दुखद एवं हास्यास्पद है और जब दिल्ली के मुख्यमन्त्री को घर घर राशन पहुँचाने के सवाल किये जाते हैं तो वही अपना रटा- रटाया जवाब देते हैं कि मोदी जी ने रोका है! उन्होंने दिल्ली के मुख्यमन्त्री के उस ब्यान कि निन्दा की जिसमें उन्होंने कहा कि घर-घर राशन पहुँचाने की योजना को दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा राजनैतिक कारणों से रोका है जबकि वास्तविकता यह है कि दिल्ली सरकार की यह योजना माननीय उच्च न्यायालय दिल्लल में विचाराधीन है।
गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में मुख्यमन्त्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पा लिया गया है तथा प्रदेश में किसी प्रकार की भी स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रम में भी प्रदेश, देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है, अभी तक प्रदेश में वैक्सीन की कुल 25 लाख 23 हजार 604 खुराकें दी जा चुकी हैं।