एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल कांग्रेस में जल्द ही फेरबदल होने जा रहा है। अध्यक्ष पद से कुलदीप राठौर का हटना अब तय है। बताया जा रहा है कि हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष पद पर अब नेता विपक्ष पूर्व मंत्री मुकेश अग्निहोत्री की ताजपोशी हो सकती है जबकि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सुक्खू को नेता विपक्ष की जिम्मेदारी दी जा सकती है। सूत्रों की माने तो दो दिन के भीतर ये ऐलान पार्टी हाईकमान की ओर से किया जा सकता है।
जानकारी के मुताबिक मुकेश अग्निहोत्री और सुक्खू को पार्टी प्रभारी राजीव शुक्ला ने दिल्ली तलब किया था। सोमवार देर शाम लम्बी बातचीत के बाद पहले अग्निहोत्री और फिर सुक्खू ने महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की और प्रदेश कांग्रेस की आगामी रूपरेखा पर चर्चा की।
यूं सांसद प्रतिभा सिंह को भी दावेदार बताया जा रहा था लेकिन बाद में उनका नाम पीछे किया गया। जिसके बाद प्रतिभा सिंह ने मुकेश अग्निहोत्री को अध्यक्ष बनाने की पुरजोर सिफारिश की। यूं भी मुकेश को वीरभद्र खेमे के पूरा समर्थन रहा है जबकि सुखविंद्र सुक्खू हमेशा ही वीरभद्र सिंह के सामने मोर्चा खोल डटे रहे और हमेशा तकरार रही।
यही नहीं वीरभद्र सिंह जब नहीं चाहते थे कि सुक्खू पार्टी अध्यक्ष रहे, तब भी वह सुक्खू को हटाने में असफल रहे थे। सुक्खू ने अपनी इच्छा से एनएसयूआई, युवा कांग्रेस और पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ा था। ऐसे में प्रतिभा सिंह कभी उन्हें अध्यक्ष के रूप में स्वीकार शायद ही करे।
उधर, अपना टेन्योर पूरा कर चुके कुलदीप राठौर के तेवर इन दिनों काफी चढ़े हैं। गत दिनों प्रेसवार्ता में जब उनसे पूछा गया कि अध्यक्ष पद को लेकर स्थिति स्पष्ट करें क्या उन्हें एक्सटेंशन दी गई या पुनर्नियुक्ति तो उन्होंने भौंहे तरेरते हुए मीडिया कर्मियों को कहा कि “पार्टी अध्यक्ष का कोई टेन्योर नहीं होता, जब तक आलाकमान चाहेगा तब तक वह ही अध्यक्ष रहेंगे, यूं भी उन्होंने अच्छा काम किया है तो पार्टी अच्छा काम करने वालों को हटाती नहीं है। इसलिए दोबारा सवाल मत पूछना”।
कुलदीप राठौर के इस जवाब में कहीं न कहीं ‘खीज’ थी। शायद उन्हें पता चल चुका था कि पद से जल्द हटा दिया जा सकता है।
अब केंद्र से आ रही जानकारी के मुताबिक उनके स्थान पर पार्टी को जल्द नया अध्यक्ष मिल सकता है। जो पार्टी में नई जान डाल और आने वाले चुनावों में सत्ता ले नजदीक पहुंच सके।
मन जा रहा है कि मुकेश अग्निहोत्री यदि पार्टी अध्यक्ष बनते हैं तो सम्भवतः पार्टी की जीत के बाद उन्हें मुख्यमंत्री की कमान भी सौंपी जा सके। क्योंकि 4 वर्षों में उन्होंने कांग्रेस को हर मोर्चे पर मजबूत किया है।
विधानसभा में नेता विपक्ष के रूप में हो या सरकार को घेरने के लिए रणनीति बनाने की बात हो हर मुद्दे पर करारी टक्कर दी है। ऐसे में उनका नाम मुख्यमंत्री की दौड़ में भी सबसे आगे है।
अब इंतजार पार्टी हाईकमान कब एलान करता है। सूत्र बताते हैं कि 2 दिन में यह ऐलान हो जाएगा और साथ ही विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भी अन्य नेताओं को अहम जिम्मेदारियां भी दी जा सकती हैं।