एप्पल न्यूज़, शिमला
कांग्रेस नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि भाजपा सरकार के नीचे ही पेपर लीक माफिया बैठा है। पुलिस भर्ती में खुद पुलिस भर्ती कंडक्ट करवा रही है, खुद पेपर लीक किए और अब जांच भी खुद कर रही है है कैसे निष्पक्ष जांच होगी, इस पर संदेह है। पूर्व में भी सभी भर्तियों में यही स्थिति है। प्रदेश में करीब 11 लाख बेरोजगार है। जो देश मे छठे स्थान पर हैं जो भाजपा सरकार की नीयत को दर्शाती है।
सुक्खू ने कहा कि इस सारे मामले की जांच सीबीआई या फिर हाईकोर्ट के सिटिंग जज से करवाई जानी चाहिए। आखिर पुलिस विभाग खुद ही कैसे भर्तियां करवा रहा है जबकि प्रदेश में लोकसेवा आयोग और बोर्ड का गठन किया गया है। ये भर्तियां उन्ही के माध्यम से हों।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा केवल अपने चहेतों को भर्ती करवाना चाहती थी जिस कारण पेपर लीक करवाया। जिन्हें अपने मुख्यमंत्री का नाम नहीं पता वो क्या काम करेगा। जयराम सरकार में नौकरी केवल सराज, धर्मपुर से हो रही है। भाजपा में खुद सरकार के नकल माफिया फल फूल रहे है। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि सरकार इस पर लगाम क्यों नहीं लगा रही। क्योंकि जयराम ठाकुर की प्रशासनिक पकड़ ढीली है और सरकार दिल्ली से रिमोट कंट्रोल से सी रही है।
वहीं हिमाचल सरकार के धर्मशाला विधानसभा परिसर में खालिस्तान के झंडे लगाना शर्मनाक है। इसे लिखने और झंडे लगाने में समय लगता है। क्यों वहां सुरक्षा नहीं थी और कैमरे नहीं लगाए थे। कांग्रेस देशभगत पार्टी है।
चुनाव से पूर्व इस तरह के कृत्य ध्यान बांटने के लिए भाजपा करती है जिसका कांग्रेस कड़ा विरोध करती है। सरकार अपना स्टैंड स्पष्ट करे कि क्यों सख्त कार्रवाई नहीं कि जा रही।
भाजपा सरकार हर मोर्चे पर फेल है। चुनाव के लिए चनेड महीने बचे है, भाजपा चाहती है कि चुनाव प्रीपोन हो। केबिनेट में जितने चाहे फैसले लो लागू नहीं होने। केवल सपने बेचे जा रहे है। पीएम भी आकर सपने बेचेंगे लेकिन जनता जानती है विकास किसने किया। जनता बहकावे में आने वाले नहीं है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षा का भी बेड़ा गर्क है जिन युवाओं को अपने मुख्यमंत्री का नाम नहीं पता वो क्या काम करेंगे। ये दर्शाता है कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का स्तर किस तरह से गिर रही है।
खालिस्तानियों की झंडे लाने की बात पर सुक्खू ने कहा कि आम आदमी पार्टी स्पष्ट कर की उनकी रैली के बीच यहां झंडे कैसे पहुंचे।