एप्पल न्यूज, शिमला /मुम्बई
हिमाचल प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां महाराष्ट्र की राजधानी मुम्बई में महाराष्ट्र विधान सभा द्वारा आयोजित 84वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों के सम्मेलन में भाग लेने के लिए गत रात्रि वायु मार्ग द्वारा मुम्बई पहुँचे।
गौरतलब है कि यह सम्मेलन 27 व 28 जनवरी, 2024 को आयोजित किया जा रहा है जिसमें देश की सभी राज्यों की विधान परिषदों तथा विधान मण्डलों के पीठासीन अधिकारी, उप पीठासीन अधिकारी भाग ले रहे है।

इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए विधान सभा के माननीय उपाध्यक्ष विनय कुमार भी पिछले कल मुम्बई पहुँच गये थे। 27 जनवरी को भारत में विधायी निकायों के सचिवों का सम्मेलन भी आयोजित किया जा रहा है। विधान सभा सचिव यशपाल शर्मा भी इसमें भाग लेने मुम्बई पहुँचे है।
सम्मेलन का मुख्य उदेश्य एक राज्य की विचारधारा को दूसरे राज्य की विचारधारा को जोड़ना तथा वर्तमान में आ रही समस्याओं को राज्य किस तरह से संवाद तथा चर्चा के जरिये सुलझा रहे है।
इसके अतिरिक्त किस तरह से लोगों को विधान परिषद, विधान मण्डलो तथा लोक सभा संधीय ढांचो के प्रति जागरूक किया जाएं ताकि हर व्यक्ति लोकतांत्रिक प्रणाली के महत्व को समझ सकें तथा इसके निर्माण में भागीदार बन सकें।

कल के कार्यक्रम का शुभारम्भ सभी पीठासीन अधिकारियों द्वारा लैम्प प्रज्वलन तथा राष्ट्र गान के साथ किया गया। महाराष्ट्र विधान सभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने सभी राज्यों के पीठासीन अधिकारियों को सम्मानित किया तथा स्वागत सम्बोधन दिया ।
सम्मेलन को महाराष्ट्र विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अम्बा दास दानवे, महाराष्ट्र विधान सभा के उपाध्यक्ष श्री नरहरि जीरवाल, राज्य सभा के उप चेयरमैन हरिवंश तथा महाराष्ट्र के मुंख्य मंत्री एकनाथ शिंदे ने सम्बोधित किया ।
इस अवसर पर अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन के चेयरमैन एवं लोक सभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने अपना उदघाटक सम्बोधन दिया है।
सम्मेलन को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्चुअली सम्बोधित किया गया जबकि आज के सम्मेलन के उदघाटन कार्यक्रम में भाग लेने के लिए महाराष्ट्र विधान परिषद की उपाध्यक्ष डॉ निलम गोरे ने सभी का अपने धन्यावाद सम्बोधन के माध्यम से धन्यावाद किया ।
इस सम्मेलन के मुख्यत: दो महत्वपूर्ण विषयों क्रमश: “लोकतांत्रिक तथा संस्थानों में जनता के विश्वास को मजबूत करना–ससंद और राज्य/संध राज्य क्षेत्रों के विधान मण्डलों में अनुशासन और शिष्टाचार को बनाए रखने की आवश्यकता” और“समिति प्रणाली को अधिक उदेश्यपूर्ण और कैसे प्रभावी बनाया जाए” पर गहन चर्चा की जायेगी।
विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां दोनों महत्वपूर्ण विषयों पर सम्मेलन के दौरान अपना सम्बोधन देगें। 28 जनवरी को सम्मेलन का समापन होगा तथा 29 जनवरी को सम्मेलन अपरान्त पर्यटन तथा सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थलों का भ्रमण किया जाना प्रस्तावित है।