एप्पल न्यूज, शिमला
भाजपा महामंत्री त्रिलोक कपूर ने कहा कि वर्तमान सरकार एक बार फिर प्रदेश की 22 लाख महिलाओं के साथ धोखा करने जा रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने 2022 के विधानसभा चुनाव में बोला था की पहली कैबिनेट में प्रदेश की सभी बहनों को 1500 रु मिलने शुरू हो जाएंगे पर 15 महीने हो गए हैं प्रत्येक बहन के 22500 है कहां है।
अगर हम देखे तो प्रदेश की 22 लाख बहनों को 1500 रु के हिसाब से प्रत्येक महीने 330 करोड़ देने होंगे, पर इन्होंने तो पूरे साल का बजट 887 करोड़ ही स्वीकृत किया। क्या यह हिमाचल प्रदेश की बहनों के साथ धोखा नहीं है ?
विधानसभा चुनावो में भी कांग्रेस के नेताओं ने एक पात्र बनता था पर उस पत्र पर भी आज तक पैसे नहीं मिले और आज इन्होंने एक और पत्रक लॉन्च किया है जिससे यह हिमाचल की बहनों को एक बार फिर गुमराह करना चाहते है।
भाजपा के नेता एवं विधायक जनक राज ने कहा प्रदेश में डाॅक्टरों के एनपीए और पदोन्नति संबंधित मामलों पर सरकार गंभीर नहीं है। डाॅक्टरों की मांगों पर सरकार को जल्द फैसला लेना चाहिए, ये डॉक्टर एनपीए जारी करने और अन्य मांगों को लेकर हर दिन ढाई घंटे की हड़ताल पर हैं।
15 दिनों से ये सभी डॉक्टर हड़ताल पर बैठे हैं। डॉक्टर एनपीए जारी करने के अलावा सेवानिवृत्त चिकित्सक को सेवा विस्तार न दिए जाने और पदोन्नति की मांग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू की ओर से आश्वासन मिलने के बाद भी उनकी मांगें पूरी नहीं हुई हैं।
इसके चलते उनमें रोष है। सरकार ने एनपीए बंद किया है, डॉक्टरों की पदोन्नति रुकी पड़ी है। सीएम के साथ भी बैठक हो चुकी है, लेकिन अभी तक मांगों पर गौर नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि इसके चलते गुरुवार को डॉक्टर एसोसिएशन ने सामूहिक अवकाश पर जाने का फैसला लिया था। डॉक्टरों की हड़ताल के चलते हिमाचल के अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही है।
सुबह के समय डॉक्टरों के ओपीडी में न बैठने से मरीजों को इलाज के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। इससे जनता परेशान है और सरकार मस्त हैं। लगता है सरकार को अपनी चिंता है ना कि जनता की।