भाजपा के नौ विधायकों के खिलाफ़ प्रिवलेज कमेटी का नोटिस का नही कोइ औचित्य।
एप्पल न्यूज, शिमला
लोकसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के बाद से हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा एकदूसरे पर खूब जुबानी हमले बोल रही है।
इसी कड़ी में विपक्ष के नेता जयराम ठाकर ने शिमला में सुक्खू सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू अल्पमत है और इस बात का आभास मुख्यमंत्री को हो गया है।
सरकार ने आनन फानन में महिलाओं के लिए 1500रुपए की बिना बजट की घोषणा की है और महिलाओं को विधान सभा चुनाव की तरह लोकसभा चुनावों में भी ठगने का काम हो रहा है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को सत्ता में बने रहने का कोई हक नही है सरकार का जाना तय है इसी डर से मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनावों की घोषणा से पहले राजनीतिक नियुक्तियों पर नियुक्तियां दी है।
सरकार में विधायक नाराज़ हैं जिसका परिणाम राज्यसभा चुनाव में सभी को देखने को मिला। छ कांग्रेस के विधायकों ने भाजपा के समर्थन में वोट किया। विधान सभा अध्यक्ष ने छ विधायको को बर्खास्त किया है जिसके खिलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में मामला चल रहा है।
विधान सभा प्रिवलेज कमेटी की तरफ से भाजपा के नौ विधायकों को नोटिस भेजा है उसका जवाब दे दिया गया है लेकिन उस तरह के नोटिस का कोई औचित्य बनता ही नही है।
वहीं जयराम ठाकुर ने कहा कि लोकसभा की दो सीटों और विधान सभा उपचुनाव के प्रत्याशियों को लेकर भाजपा हाई शीघ्र नाम का ऐलान करेंगी।
वहीं से मंडी से लोकसभा चुनाव लडने के प्रश्न पर जयराम ठाकुर ने कहा कि इसका फैसला पार्टी हाई कमान करता है और जो प्रदेश में राजनितिक हालात बने हैं उसको देख कर हाई कमान निर्णय लेगा।
लोकसभा चुनावों में भाजपा चारों सीटों पर जीतेगी और उपचुनाव में भी भाजपा छ सीटें जीतेंगे। जहां तक बागी कांग्रेस विधायकों का भाजपा में शामिल होने का प्रश्न है तो उसका फैंसला पार्टी हाई कमान करेगा।