न्यूज ब्यूरो, टनकपुर
हिंदुस्तान में अब “बस” का सफर” बहुत महंगा होने जा रहा है। एक अहम फैसले में भारतीय पार्टी ऑफ भारत सरकार ने बसों के किराये में भारी बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है।
जारी आदेशों मे स्पष्ट कहा गया है कि मोटे लोगों के कारण बसों मे सफर करते समय दुबले पतले लोगों को खासे परेशान होना पड़ता था सीट पूरी और जगह आधी भी नहीं। जबकि किराया पूरी सीट का लिया जा रहा था।
लोगों में व्याप्त नाराजगी को देखते हुए अब निर्णय लिया है कि भी में सभी यात्रियों से “वजन” के हिसाब से ही “किराया ” वसूल किया जाए। ताकि मोटे लोगों को भी इज्जत मिले और सरकार के राजस्व में भी वृद्धि हो।
ये है नई व्यवस्था
जारी आदेशानुसार अब बस के प्रवेश द्वार पर सीढ़ियों पर ही एलोकट्रॉनिक “तराजू” लगाया जायेगा। यात्री के सीढ़ी पर चढ़ते ही सामने लगी स्क्रीन पर वजन शो होगा और ऑटोमेटिक प्रिंटर मशीन से टिकट बाहर आ जायेगा।
यात्री को केवल इतना करना है कि अपने स्टेशन का नाम व नम्बर मशीन में डालना है और किराया टिकट हाथ में होगा। उसी के अनुसार यात्री का टिकट किराया तय होगा।
आदेशों में लिखा है कि बसों के न्यूनतम किराये 7 रुपये में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी। लेकिन अधिकतम किराये की कोई सीमा नहीं होगी। जितना जिसका वजन उतना अधिक उसका किराया।
न्यूनतम वजन पुरुषों के लिये 55 किलोग्राम और महिलाओं के लिए 40 किलोग्राम तय किया गया है। जिसके बाद प्रति 3 किलोग्राम एक रुपये बढ़ता ही जायेगा।
आइये आसान भाषा में समझते हैं–+
मान लीजिये आप खाते पीते घर के हैं और आपका वजन है 80 किलोग्राम
तो 80-55= 25
तो 25÷3= 8.3333
यानी आपका नयून्तम किराया होगा 7+8= 15 रुपये
अब आप खुद तय कर सकते हैं कि आपका बस किराया कितना लगेगा। उम्मीद की जा रही है कि इस निर्णय से सरकार का खजाना खूब भरेगा।
क्योंकि पीज़ा बर्गर खाकर खूब मोटे हो रहे लोगों को पतला करने के लिए सरकार का ये फॉर्मूला कारगर साबित होने वाला है।
Hahahahaaaa बुरा न मानो “अप्रैल फूल” बनाया न।
क्यों गुस्सा आया न, लेकिन आईडिया है तो कमाल का न।
खाओ पियो मौज करो और तगड़े हो जाओ।