एप्पल न्यूज़, आशीष शर्मा दलाश (कुल्लू)
कुल्लू जिला में दलाश सहित सतलुज घाटी में रविवार रात को आऐ तूफान ने सेब की खड़ी फसल तबाह कर दी है। आलम ये है कि बागीचों में हरे सेब के ऐसे ढेर लग गए हैं मानो सीजन शुरू हो गया हो। खड़ी फसल की ऐसी बर्बादी देख बागवान हताश और निराश हो गए हैं। साल भर की मेहनत पर पानी फिर गया और तूफान से लाखों का सीधा नुकसान हो गया है।
दलाश क्षेत्र की करीब एक दर्ज़न से अधिक पंचायतों के अलावा आनी क्षेत्र में कई जगह पर रविवार रात को आऐ तुफान से सेब बागवानों के माथे पर चिंता की लकीर डाल दी। बागवान सेब के बग़ीचे में साल भर ख़ूब मेहनत करते हैं, लेकिन इस साल शुरुआती दौर यानि फ्लावरिंग के समय ही ओलावृष्टि,और अब जब सेब सीजन के लिए मात्र महीना भर ही बचा है उस पर तूफ़ान ने बागवानों की सारी उम्मीदें ही धराशाही कर दी।
दलाश क्षेत्र के रिवाडी, रौं,चपोहल, गोहाण, सोईधार, सारली, चौकी, शगोगी, रमोही, गलोग, ढैर,टोगी, ग्राहणा आदि गांवों और पोखरी, कराड, मुहाण, टकरासी, विशलाधार आदि पंचायतों में रविवार रात को तूफान कहर बन कर आया लोगों के सेब के बगीचों में करीब 20 से 40 पेटी सेब नष्ट कर दी इस साल क्षेत्र में पहले ही सेब की फसल न के बराबर है।
वहीं शुरुआत दौर में ओले ने सेब को नुकसान पहुंचाया बाकी रही कसर रविवार रात को तुफान ने पूरी कर ली। सथानीय जनता को अब साल की चिंता सताने लगी है कि आखिर बागवान किस प्रकार अपनी साल का गुजारा करेंगे। स्थानीय ग्रामीणों में पियुष शर्मा, राकेश शर्मा, कुंदन शर्मा, संजीव शर्मा, बिन्नी, सन्नी, सुभाष, देवराज, प्रदीप आदि ने सरकार से प्रभावितों के लिए उचित मुआवजे की गुहार लगाई है।
उधर जब इस विषय पर बागवानी विभाग के एसएमएस केएल कटोच का कहना है कि फिलड से नुकसान की रिपोर्ट मागी गई है जैसे ही रिपोर्ट प्राप्त होगी सरकार को भेज दी जाऐगी।