एप्पल न्यूज, चम्बा
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के चुराह उपमंडल में बुधवार सुबह एक बड़ा सड़क हादसा होते-होते टल गया। यह दुर्घटना भंजराड़ू बस स्टैंड के पास हुई, जहां एक निजी बस ब्रेक फेल होने के कारण अनियंत्रित होकर सड़क पर ही पलट गई। गनीमत रही कि बस सड़क से नीचे खाई में नहीं गिरी, अन्यथा बड़ा नुकसान हो सकता था।
प्रत्यक्षदर्शियों और यात्रियों के अनुसार, बस स्टैंड से निकलने के करीब 200 मीटर बाद ही बस के ब्रेक फेल हो गए। चालक को जैसे ही इस बात का एहसास हुआ, उसने अपनी सूझबूझ से बस को नियंत्रित करने की कोशिश की।

अगर बस सीधे नीचे की ओर बढ़ती, तो वह गहरी खाई में गिर सकती थी, जिससे जान-माल का भारी नुकसान होता।
चालक ने तेजी से निर्णय लेते हुए बस को सड़क किनारे पहाड़ी से टकरा दिया, जिससे बस का संतुलन बिगड़ गया और वह सड़क पर ही पलट गई।
हादसे के समय बस में लगभग 8 यात्री सवार थे। सौभाग्य से, सभी यात्री सुरक्षित हैं और किसी को भी गंभीर चोटें नहीं आईं।
प्रशासन की क्या भूमिका होनी चाहिए?
इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए प्रशासन को निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:
✅ निजी बसों की नियमित फिटनेस जांच अनिवार्य की जाए।
✅ ब्रेक और अन्य सेफ्टी फीचर्स की समय-समय पर जांच हो।
✅ ऐसे संवेदनशील क्षेत्रों में स्पीड लिमिट का सख्ती से पालन कराया जाए।
✅ ड्राइवरों के लिए अनिवार्य प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, ताकि वे आपातकालीन परिस्थितियों में बेहतर निर्णय ले सकें।
✅ इस दुर्घटना की गहन जांच हो और दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई की जाए।
हालांकि, यह घटना बसों की फिटनेस जांच और सड़क सुरक्षा उपायों पर फिर से विचार करने की आवश्यकता को उजागर करती है।
उम्मीद की जा रही है कि प्रशासन जल्द ही इस घटना की जांच करेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।
हालांकि यह हादसा बड़ा नहीं था, लेकिन यह एक गंभीर चेतावनी है कि अगर समय रहते जरूरी कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
प्रशासन, बस ऑपरेटर और यातायात विभाग को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पहाड़ी क्षेत्रों में चलने वाले वाहन पूरी तरह सुरक्षित हों और यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता न किया जाए।