एप्पल न्यूज़, शिमला
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने यहां बताया कि कोरोना वायरस कोविड-19 पर नियंत्रण के लिए की गई लाॅकडाउन व्यवस्था को शतप्रतिशत सफल बनाने के दृष्टिगत सभी आवश्यक तथा प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों में स्थापित किए गए आपदा नियंत्रण कक्षों का टोल फ्री नम्बर 1077 है, जिन्हें आपातकालीन संचालन केंद्र कहा जाता है। उन्होंने कहा चैबिसों घंटे क्रियाशील इस नम्बर पर किसी भी मोबाइल या लैंडलाइन नम्बर से संपर्क किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने लोगों की सहायता के लिए भोजन, आश्रय आदि की समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं और प्रदेश में रहने वाले किसी भी व्यक्ति द्वारा आवश्यकता पड़ने पर 1077 पर काॅल की जा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से इस नंबर पर काॅल आ रही हैं जिस पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में झुग्गी झोंपड़ी में रहने वाले 6,336 व्यक्तियों को राशन के रूप में सहायता प्रदान की गई, जब उन्होंने 1077 पर सम्पर्क किया।
सभी आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है तथा सप्लाई चेन में किसी प्रकार की रूकावट नहीं है। किराना आदि की दुकानों में जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है जिससे आमजन को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा कि राज्य के पास खुले बाजार के साथ-साथ सरकारी गोदामों में भी पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि दूध, ब्रेड, सब्जियां, दवाइयां और मास्क जैसे अन्य सामान बाजार में भी उपलब्ध हैं और पेट्रोलियम उत्पाद और एलपीजी सरकारी गोदामों में उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार बाजार में सब्जियों और फलों की उचित आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है और लोगों को खरीददारी के लिए पर्याप्त समय मिल रहा है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में वीरवार को भी विभिन्न सीमावर्ती ज़िलों में विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की गई। राज्य के बिलासपुर, चम्बा, कांगड़ा, सिरमौर, सोलन और ऊना आदि सीमावर्ती जिलों में 31 मार्च से 2 अप्रैल तक 486 वाहनों में 1,46,013 एलपीजी सिलेंडर, 249 वाहनों में 27,83,060 लीटर डीज़ल/पैट्रोल, 804 वाहनों में 10,11,857 लीटर व 27,955 करेट दूध, 2,829 वाहनों में 22,405 टन किराने का सामान व अंडों की 430 टेª, 1,790 वाहनों में 11,566 टन सब्जियां व फल, 676 वाहनों में 448 टन व 2,33,560 डिब्बे विभिन्न जरूरी दवाइयां व सेनिटाइजर तथा 555 वाहनों में 6,041 टन पशुओं के चारे की आपूर्ति की गई है।