एप्पल न्यूज़, शिमला
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कोरोना वायरस के दृष्टिगत शिमला से प्रदेश के सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक की। मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान चिकित्सा जांच के लिए स्वेच्छा से सामने न आने वाले दिल्ली की निजामुद्दीन तबलीगी जमात के व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हाल ही में दिल्ली में निजामुद्दीन तबलीगी जमात के धार्मिक समागम में शामिल होने वाले व्यक्तियों का पता लगाने के लिए सक्रिय अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बद्दी तथा नालागढ़ क्षेत्रों के सात कोरोना वायरस पाॅजिटिव व्यक्तियों के नजदीकी लोगों को चिन्हित किया जाए तथा वायरस को फैलने से रोकने के लिए उन्हें क्वारटीन में रखा जाए।
उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए अपने क्षेत्रों में ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित करने के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार यात्रा का ब्यौरा छुपाने वाले व्यक्तियों तथा उन्हें आश्रय देने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।
जय राम ठाकुर ने पुलिस अधीक्षकों को चिकित्सा दलों को उचित पुलिस सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश दिए, ताकि वे अपना दायित्व प्रभावी रूप से तथा बिना किसी डर के निभा सके। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में आरंभ एक्टिव केस फाईंडिंग अभियान के तहत अपना पूर्ण सहयोग दें। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ता गांव में घर-घर जाकर कोविड-19 के लक्षणों से संबंधित जानकारी संकलित कर रहे हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में इस अभियान के तहत गत दो दिनों में 13.5 लाख व्यक्तियों की स्वास्थ्य जानकारी प्राप्त की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से पीड़ित व्यक्तियों को अब हिमकेयर तथा आयुष्मान भारत योजना के तहत चिकित्सा प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने लोगों की सुविधा के लिए खुले बाजारों में आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त उपलब्धता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि नागरिक आपूर्ति निगम के डिपो में बफर स्टाॅक सुनिश्चित करवाने के प्रयास भी किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जमाखोरी और मुनाफाखोरी को रोकने तथा दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने पर बल दिया जाना चाहिए।
जय राम ठाकुर ने कहा कि फसल कटाई का समय होने के दृष्टिगत कफ्र्यू के दौरान किसानों को सुविधा प्रदान करने के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए। उन्हांेने कहा कि इस संबंध में एक प्रणाली बनाई जानी चाहिए, ताकि किसानों को समस्या न आए। उन्होंने कहा कि फसल कटाई के दौरान किसानों को सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस के दृष्टिगत 4352 व्यक्तियों को निगरानी में रखा गया है, जिसमें से 1892 व्यक्तियों ने 28 दिनों की निगरानी अवधि पूर्ण कर ली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी तक कुल 13 मामले पाॅजिटिव पाए गए हैं, जिसमें सात व्यक्तियों को चिकित्सा प्रदान की जा रही है, एक व्यक्ति को डिस्चार्ज कर दिया गया, एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई तथा शेष चार व्यक्ति प्रदेश से बाहर उपचाराधीन हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि अब सीआरआई कसौली में कोविड-19 की जांच सुविधा आरंभ कर दी गई है, जहां सोलन तथा सिरमौर जिलों से कोविड-19 के सैंपलों की जांच की जाएगी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने कहा कि आज कोविड-19 के लिए 26 व्यक्तियों की जांच की गई, जिसमें से 21 सैंपल टांडा मेडिकल काॅलेज तथा पांच सैंपल आईजीएमसी शिमला में लिए गए। उन्होंने कहा कि टांडा मेडिकल काॅलेज में 21 सैंपलों की रिपोर्ट अभी बाकी है तथा शिमला के आईजीएमसी के पांच मामलों की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है। उन्होंने कहा कि गत शनिवार को टांडा मेडिकल काॅलेज में लिए गए 33 सैंपलों की तकनीकी कारणों के दृष्टिगत जांच नहीं हो पाई है तथा इनकी जांच दोबारा की जाएगी।
मुख्य सचिव अनिल खाची, पुलिस महानिदेशक एस आर मरडी, अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज कुमार तथा मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुंडू भी बैठक में उपस्थित थे।