एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल दिवस 25 जनवरी को प्रदेश कांग्रेस रिज मैदान स्थित देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्व.इंदिरा गांधी व प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ.यशवंत सिंह परमार की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।इस दौरान हिमाचल को बनाया कांग्रेस ने,सजाया कांग्रेस ने,सवांरा कांग्रेस ने का नारा दिया जाएगा।कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व दिवस पर प्रदेश सरकार द्वारा रिज मैदान पर मनाए जाने वाले विशाल आयोजन पर सवाल किया है।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भाजपा के नेताओं का बड़े बड़े बैनर लगा कर उनके गुणगान में करोड़ों रुपए खर्च कर रही है।
उन्होंने कहा कि जब प्रदेश पूर्ण अस्तित्व में आया था तो उन्ही के नेताओं ने इसका विरोध किया था।उस समय उनके नेताओं ने स्टेट हुड को मारो ठुड जैसा नारा दिया था।उन्होंने कहा कि प्रदेश निर्माण में भाजपा का कोई भी योगदान नही है।उन्होंने कहा कि उनके नेता तो हिमाचल को पंजाब में मिलाने के पक्षधर थे।राठौर ने कहा कि प्रदेश जवाहरलाल नेहरू,स्व.इंदिरा गांधी,राजीव गांधी के साथ साथ केंद्र की सत्ता में रही कांग्रेस पार्टी की सरकारों व नेताओं का सदैव आभारी रहेगा जिनके प्रयासों से आज आधुनिक हिमाचल बना है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ.परमार जो हिमाचल निर्माता के तौर पर याद किये जाते है,वही उनके बाद ठाकुर रामलाल इसे आगे बढ़ाया और आज वीरभद्र सिंह आधुनिक हिमाचल के निर्माता के तौर पर जाना जाता है। राठौर ने रिज मैदान पर होने वाले इस समारोह पर सवाल किया कि एक तरफ इसके नीचे पानी के टैंक का मुरमत कार्य चल रहा है तो इसके ऊपर विशाल पंडाल लगाना यहां लोगों की सुरक्षा को किसी खतरे में डालना है।उन्होंने कहा कि रिज मैदान का अधिकतर भाग निषेध घोषित है,ऐसे में इसके ऊपर बड़े आयोजन किसी खतरे से खाली नही है।इसलिए किसी की भी सुरक्षा से खिलवाड़ नही होना चाहिए।
राठौर ने कहा कि प्रदेश भाजपा सरकार की नीयत और काम का कांग्रेस पुरजोर विरोध करती है।उन्होंने कहा कि इतिहास से छेड़छाड़ इसकी नियति रही है।उन्होंने कहा कि रिज मैदान पर उनके नेताओं इंदिरा गांधी व परमार की प्रतिमा को जानबूझकर ढक दिया गया है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान रोहतांग टनल से उनकी नेता सोनिया गांधी की शिलान्यास पटिका ही हटा दी गई।उन्होंने इसकी आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस इसे पुनस्थापित करवाने की मांग से पीछे नही हटेगी,और इसके लिए उनका आंदोलन जारी रहेगा।उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सरकारें आती है जाती है, पर अगर इस प्रकार की परम्परायें शुरू की जायेगी तो यह देश के लिए अच्छा संकेत नही होगा।राठौर ने कहा कि प्रदेश सरकार कर्जे पर कर्जा ले रही है।
उन्होंने कहा कि अगर यह पैसा विकास पर खर्च होता तो वह कुछ नही कहते पर यह पैसा सरकार अपनी मौजमस्ती पर खर्च कर रही है,जिसपर कांग्रेस को घोर आपत्ति है।उन्होंने कहा कि तीन साल के इस कार्यकाल में प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई ने जहां लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है वही भ्रस्टाचार के सारे रिकॉर्ड भी टूट गये है।राठौर ने मुख्यमंत्री से कहा है कि वह अमित शाह से किसी पैकेज की घोषणा करवाए,जिससे प्रदेश का आर्थिक संकट दूर हो।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अगर ऐसी कोई मांग उनके समक्ष रखते है तो वह भी उनका समर्थन करेंगे।
इस दौरान उनके साथ प्रदेश कांग्रेस सचिव वेद प्रकाश ठाकुर,यशपाल तनाइक,सुशांत कपरेट,शशि बहल,प्रबक्ता किरण धान्टा के अतिरिक्त शिमला जिला कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष यशवंत सिंह छाजटा व शहरी अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी भी उपस्थित थे।
—कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों के सवालों पर जबाब देते हुए कहा कि इन परिणामों से साफ है कि लोगों ने सरकार के तीन साल के कामकाज को पूरी तरह नकार दिया है।उन्होंने कहा कि भाजपा इन चुनाव परिणामों को लेकर जो दावे कर रही है वह पूरी तरह झूठे और बेबुनियाद है।
राठौर ने कहा कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अपने घर हारे है।मुख्यमंत्री अपने घर और भी भाजपा के नेता अपने लोगों को नही जीता पाए।ऐसे में उनके सभी दावे झूठे है।उन्होंने कहा कि अभी अंतिम तौर पर पूरे परिणाम नही आये है। उन्होंने कहा कि जितने परिणाम अब तज आये है उनमें कांग्रेस के ज्यादा लोग जीत कर आये है।उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा जोड़ तोड़ कर निर्दलीयों व कांग्रेस को अपने पक्ष में दवाब बनाने में लगी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस पर अपनी पूरी नजर रखे हुए है।राठौर ने कहा कि भाजपा को अपने पहले जारी की गई सूची को जारी करना चाहिए, जिसमें उन्होंने अधिकृत तौर पर अपने प्रत्याशी घोषित किये थे।उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने प्रदेश स्तर से ऐसी कोई सूची जारी नही की थी जबकि भाजपा ने दीपकमल से अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की थी।राठौर ने भाजपा को फिर चुनौती दी कि वह प्रदेश में होने जा रहें नगर निगमों के चुनाव पार्टी चिन्ह पर करवाये जिससे उन्हें अपनी लोकप्रियता का पता चल सके।