एप्पल न्यूज़, शिमला
महीनों तक वेतन व HRTC कर्मियों को पेंशन नही दी जा रही है। पेंशनरो कोरोना काल में जो HRTC कर्मियों ने अपनी जान जोख़िम डाल कर काम किया। सरकार पर तंज कसते हुए पेंशनरों ने बताया कि उनको वेतन व पेंशन न देकर सरकार ने उनको क्या कोरोना योद्धा का क्या ईनाम दिया।
सरकार 18 हज़ार परिवारों के साथ धोखा नही कर रही है। जिनमें 8 हज़ार पेंशनर व 10 हज़ार अन्य कर्मी शामिल है। कर्मियों को अन्य भत्ते बीते तीन चार साल से नही मिले है। ये बात अशोक पुरोहित पेंशनर एसोसिएशन के संयोजक ने पत्रकार वार्ता में कही।
उन्होंने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सचिवालय के कर्मियों व अफसरों का वेतन नही रुका तो HRTC कर्मियों का क्यों। HRTC के मामले में सबसे बड़ी बेईमान सरकार है। वेतन पेंशन तो बन्द की ही मेडिकल बिल तक नही दिए।
मुख्यमंत्री संवेदनहीनता को छोड़ कर कर्मियों के बारे में सोचें। इन कर्मियों के भूखे मरने की नोबत आ गई है बच्चों तक कि फ़ीस नही दे पा रहें है। पेंशनरो को जब तक लाभ नही दिए जातें जब कि वह कोर्ट न चले जाएं। 18 अक्टूबर को HRTC बस स्टैंड शिमला में मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन करेंगे।