एप्पल न्यूज़, शिमला
हिमाचल प्रदेश में कई वर्षों से बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं शारीरिक शिक्षक सी.पी,एड वाले। नौकरी की आस में 15 से 20 साल बीत गए।
सरकार ने नहीं मानी मांगे तो हल्ला बोलने के लिए मजबूर होगा।शारीरिक शिक्षा C.p.ed संघ।
सरकार की गलत नीतियों ने हिमचाल प्रदेश के हजारों शारीरिक शिक्षकों के भविष्य को कर दिया खत्म?
सरकार ऐसे प्रशिक्षण को देना बंद करें,जिस मे पूरी जिंदगी में अपने न्याय को पाने के लिए कोर्ट के चक्कर लगाने पड़े।
आखिर क्यों रख रही है प्रदेश सरकार शारीरिक शिक्षा से बच्चों को वंचित? जबकि शिक्षा का महत्वपूर्ण अंग शारीरिक शिक्षा को माना गया है।
जबकि शारीरिक शिक्षकों को 15 से 20 साल है हो चुकी है प्रशिक्षण लेकर। एस,सी,वी,टी CP.ED शारीरिक शिक्षक कभी सरकार के पास तो कभी कोर्ट के चक्कर काट रही है! अपने न्याय को पाने के लिए। हिमाचल की दोनों सरकारें उन्हें 15,20 सालों से झूठा से आश्वासन देती जा रही है!
और क्यों अपने चाहतों को बैक डोर एंट्री के माध्यम से नौकरियां देते रहे। वर्ष 2022 में सभी स्कूलों में शारीरिक शिक्षकों C P, Ed को मिले नौकरी, शारीरिक शिक्षकों को छोड़कर सरकार अन्य प्रशिक्षण वालों को बैच वाइज भर्ती में एक से दो बैच ही रहे हैं। जबकि हमारी ओर सरकार ध्यान नहीं दे रही है।
यदि हिमाचल प्रदेश में सी,पी,एड शारीरिक शिक्षकों को नौकरी नहीं मिली तो शीघ्र ही बैठ जाएंगे अनशन पर।
सरकार की गलत नीतियों के कारण हिमाचल प्रदेश में हजारों C, P, Ed शारीरिक शिक्षकों के साथ खिलवाड़ कई वर्षों से होता जा रहा है।
शारीरिक शिक्षकों ने अब फैसला लिया है कि वह शीघ्र ही मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से इस विषय के प्रति अति शीघ्र मिलेंगे।
और r&p रूल्स में परिवर्तन करे सरकार के पास सब बातें रखी जाएगी। सरकार उन पर r&p रूल्स लागू करें जो 2011 के बाद जिसने प्रशिक्षण लिया है।
बृज मार्कण्डे,भूटा सिंह,नीलम धीमान,संत राम, तीर्थ राम, लायक राम, रोहित बांसल, गंगा राम, दीपक कुमार, अनिता राज, स्नेह लता,आशा कुमारी, ताबे राम ,उत्तम राम ,ओम प्रकाश,भुवनेश्वरी कुमारी आदि बैठक में शामिल थे।